गन्ने के खेत में चल रहा था कुछ ऐसा कि दंग रह गई पुलिस, जानिए क्या है मामला
मुरादाबाद। जलालपुर के जंगल में गन्ने का खेत इन दिनों सुर्खियों में हैं। इस खेत में कुछ ऐसा चल रहा था कुछ ऐसा कि पुलिस भी दंग रह गई। गांव के लोगों ने ही शिकायत कर दी।
मुरादाबाद। जलालपुर के जंगल में गन्ने का खेत इन दिनों सुर्खियों में हैं। इस खेत में कुछ ऐसा चल रहा था जिसे देख ग्रामीण और पुलिस दोनों दंग रह गए। दरअसल इस खेत में गन्ने की आड़ में गोकशी की जा रही थी। ग्रामीणों ने पोल खोली तो पुलिस भी हरकत में आ गई। यह है पूरा मामला
बिलारी के खाबरी अब्बल निवासी अभिजीत चौधरी की ओर से कुंदरकी पुलिस को प्रतिबंधित पशुओं के कटान की सूचना दी गई थी। जलालपुर गाव के जंगल में गन्ने के खेत के अंदर प्रतिबंधित पशुओं का कटान हो रहा था। कुंदरकी पुलिस ने सूचना के बाद पुलिस बल के साथ छापा मारा। पुलिस ने गन्ने के खेत से तीन पशुओं का कटा हुआ मास और पाच प्रतिबंधित पशु जिंदा बरामद किए हैं। पुलिस ने मौके से माहिर पुत्र वाहिद को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य दस आरोपित मौके से फरार हो गए। मौके से एक ट्रैक्टर भी मिला है, जिससे पशुओं को बाध रखा था। खेत जलालपुर गाव निवासी हाजी आदिल का है। पशुओं को पहुंचाया गया थाने
जीवित पशुओं को पुलिस वाहन में भरकर थाने ले आई। सूचना मिलने पर कई हिंदू संगठन एवं भाजपा कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर एक दारोगा पर गोकशी कराने का आरोप लगाया। थाना प्रभारी कर्म सिंह ने बताया कि फरार चल रहे सभी आरोपितों को पकडऩे के लिए दबिश डाली जा रही है। पुलिस ने ट्रैक्टर चालक माहिर पुत्र वाहिद हुसैन निवासी जलालपुर, तौफीक पुत्र बाबू, शमशाद पुत्र इस्माइल, अतिकुल पुत्र नोशे निवासी खाबरी, अब्बल, शकील पुत्र जमील निवासी खाबरी अब्बल, बाबू पुत्र शफी, आशिफ पुत्र बाबू निवासी बगरुआ, साजिद पुत्र बाबू निवासी बगरुआ, बहारे पुत्र महबूब, निवासी जलालपुर, बाबू पुत्र यासीन निवासी ताहरपुर, बिलाल पुत्र खुर्शीद निवासी जलालपुर व अन्य पाच अज्ञात के खिलाफ गोवध अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। खेत के बाहर बाइक खड़ी देखकर गहराया शक
किसान रामफल ने गन्ने के खेत के बाहर बाइक और कुछ लोग खड़े देखे तो उन्हें शक हुआ। उन्होंने इसकी जानकारी ललित चौधरी चेयरमैन सहकारी समिति सनाई को दी। किसान नेता लवी चौधरी ने बताया कि काफी समय से यहा पर गौकशी की खबरें मिल रही थीं। लवी चौधरी, अनिल चौधरी, ललित अग्रवाल, पप्पू राजपूत आदि ने कार्रवाई की माग की है।