Gender Check Case : भ्रूण परीक्षण का सौदा 15 हजार रुपये में तय, बेटा होने की गारंटी, वीडियो वायरल
Gender Check Case घिनौना काम करने के लिए मोटी रकम वसूली जा रही है। ऐसे ही एक मामले की वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने से स्वास्थ्य विभाग में खलबली मची हुई है। इस वीडियो में झोलाछाप भ्रूण लिंग में बेटा होने की गारंटी दे रहीं हैं।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Gender Check Case : भ्रूण लिंग परीक्षण पर पाबंदी है। कोई भी रेडियोलाजी सेंटर इस काम को नहीं करता है। अपराध होने के साथ ही ये सामाजिक दृष्टिकोण से भी खराब नजरों से देखा जाता हैं। क्योंकि बेटी-बेटा बराबर हैं। लेकिन, चंद रुपयों की वजह से कन्या भ्रूण पता करने के बाद उसकी हत्या करने का सिलसिला अभी भी जारी है। ऐसा घिनौना काम करने के लिए मोटी रकम वसूली जा रही है। ऐसे ही एक मामले की वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने से स्वास्थ्य विभाग में खलबली मची हुई है। इस वीडियो में झोलाछाप भ्रूण लिंग में बेटा होने की गारंटी दे रहीं हैं। इस काम के 15 हजार रुपये की बात भी कह रही हैं।
बिजनौर के जनपद नूरपुर में जाकर भ्रूण लिंग की जांच कराने के लिए 15 हजार रुपये में सौदा तय हो रहा है। मामले की जांच कराने वाले डाक्टर का क्लीनिक विवेकानंद अस्पताल के पीछे भोजपुर थाना क्षेत्र के इस्लाम नगर गांव में है।
आमने सामने की बातचीत
मरीज : मेरी दो बेटियां हैं। ससुराल वाले बेटा होने का दबाव बना रहे हैं। किसी ने आपके बारे में बताया था। हम लोग बहुत दूर से आए हैं। आपके पास आने से हमें मदद की पूरी उम्मीद है।
डाक्टर : अभी गर्भवती हो
मरीज:- गर्भवती नहीं हूं
मरीज : हम ज्यादा पैसे वाले नहीं हैं। कितना खर्च आएगा।
डाक्टर : देखो पहले मैं दवाई दूंगी। वह करीब दो से ढाई हजार रुपये की होगी। टोटल खर्च 15 हजार रुपये का आएगा।
मरीज : इसमें मुझे क्या करना होगा
डाक्टर : गर्भ चढ़ने के दो तीन दिन बाद मेरे पास आना है। मैं दवा दूंगी। उसके बाद साढ़े तीन महीने बाद चेकअप होगा। उसमें पक्का बेटा ही आएगा। यह चेकअप नूरपुर बिजनौर में कराया जाएगा। अपनी कार से साथ लेकर चलूंगी। उसके बाद पूरा इलाज मेरे यहा ही कराना होगा।
मरीज : बिल्कुल फिर तो पूरा इलाज आपके यहां ही कराउंगी।
मरीज : डिलीवरी आपके अस्पताल में होती है क्या।
डाक्टर : इसी अस्पताल में बच्चों की डिलीवरी होती है।
दूसरे जिले में करवाई जा रही भ्रूण लिंग की जांच : भ्रूण लिंग की जांच शहर में नहीं बल्कि दूसरे जिलों में कराई जा रही है। झोलाछाप ने पूरी सेटिंग कर रखी है। मरीज को झोलाछाप अपने साथ लेकर जाती है। उसके बाद ही जांच हो पाती है। कार की सुविधा भी अपनी होती है। जिससे किसी शक की गुंजाइश न हो।
मरीज से बातचीत का वीडियो की बात सामने आई है। वीडियो की जांच कराई जाएगी। दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ऐसे सेंटरों को भी सील कराया जाएगा।
डा. एमसी गर्ग, मुख्य चिकित्सा अधिकारी