तिगरी में गंगा का जलस्तर 40 सेमी और बढ़ा, खतरा मंडराया
गंगा के घाट पर जलस्तर के बहाव में तेजी थी। पानी घाटों की तरफ बढ़ता नजर आ रहा था। देरशाम में पानी घाटों के ऊपर पहुंच गया।
अमरोहा। तिगरी में गंगा का जलस्तर 40 सेमी और बढ़ जाने से एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडराता नजर आने लगा है। गंगा से सटे गांवों के खेतों की तरफ पानी बढ़ रहा है। इसको लेकर क्षेत्र के किसानों व ग्रामीणों में बेचैनी झलकने लगी है।
मंगलवार को गंगा की गेज 199.40 थी। बुधवार को 40 सेमी पानी की बढ़ोत्तरी के साथ 199.80 रिकार्ड की गई। इधर जलस्तर बढ़ने का एहसास तिगरी के ग्रामीणों को भी हो रहा था। घबराए पुरोहितों व दुकानदारों ने घाटों पर रखे अपने खोखे पीछे हटा लिए। जलस्तर और बढ़ने के आसार नजर आ रहे थे।दूसरी तरफ बिजनौर बैराज के द्वारा बुधवार को 45,353 क्यूसेक पानी और छोड़ा गया है। तिगरी बाढ़ नियंत्रण खंड के जेई प्रदीप कुमार ने बिजनौर बैराज से 45, 353 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज करने की पुष्टि करते हुए बताया कि इससे जलस्तर में कुछ वृद्धि और हो सकती है। हालांकि अभी खतरे का लाल निशान काफी दूर 202.420 पर है।
खेतों की तरफ बढ़ रहा पानी
रामगंगा पोषक नहर व दारानगर के क्षेत्रों में पानी खासा बढ़ गया है। यहां नहर व नदी के मिलान वाले स्थान पर पानी बढ़ने पर उसका रुख समीप के गांवों की तरफ होने लगा है। इससे ग्रामीणों व किसानों में बेचैनी बढ़ रही है। नाव से नहर पार करने वालों के लिए भी दिक्कत बढ़ने लगी है।
गंगा में अभी बाढ़ के हालात नहीं है। प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। संभावित गांवों के ग्रामीणों व किसानों को भी सचेत कर दिया है। उनसे नहर के पार के दूसरे गांवों में आने के लिए भी कहा जा रहा है, जहां उनके ठहरने की व्यवस्था की जा रही है। बाढ़ नियंत्रण खंड व पुलिस को भी इस बाबत मुस्तैद कर दिया है।
विवेक यादव, एसडीएम, मंडी धनौरा।