सफेदपोशों के संरक्षण में चल रहा चोरों का गिरोह
चारी के सामान की ढुलाई के लिए ट्रक जैसे वाहनों का प्रयोग कर रहे बदमाश
मुरादाबाद : भगतपुर पुलिस व इंटेलीजेंस विंग के हत्थे चढ़े चोरों के गिरोह को सफेदपोशों का खुला संरक्षण प्राप्त था। यही वजह है कि चोरों ने अपने कार्यक्षेत्र का न सिर्फ दायरा बढ़ा लिया, बल्कि चोरी के सामान की ढुलाई के लिए ट्रक जैसे वाहनों का उपयोग भी किया।
पुलिस के मुताबिक रामपुर का खुशहालपुर गांव अपराधियों की बड़ी शरणस्थली है। गिरोह का सरगना इमरान इसी गांव का रहने वाला है। चोरों का गिरोह बनाने के बाद उसने अपने ग्राम प्रधान के छोटे भाई शाहिद उर्फ शहीदा को अपना आका चुना। शाहिद के कंधे पर चोरी का सामान रखने व उसे बाजार में बेचने की जिम्मेदारी थी। इसके अलावा वह चोरों के बीच रकम का बंटवारा भी करता था। अपराध के दलदल में फंसे छोटे भाई को ग्राम प्रधान खुला संरक्षण देता है। किसी मामले में आरोपी बनाए जाते ही ग्राम प्रधान उसके बचाव में खुल कर सामने आ जाता है। छोटे भाई को निर्दोष बता कर वह पुलिस की सिफारिश करता था। पुलिस के मुताबिक चोरों का गिरोह किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था। चोरों के निशाने पर कोई बड़ी दुकान थी। इधर पुलिस सर्विलांस की मदद से चोरों की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए थी। भगतपुर व इसके आसपास चोरों की सक्रियता से पुलिस के कान खड़े थे।
पुलिस के मुताबिक चोरों के गिरोह ने पूर्व में अनूपशहर में पेट्रोल पंप को लूटने की कोशिश की। लोधीपुरा हमीरपुर में मोबाइल की दुकान में चोरी का प्रयास किया। छजलैट में एक मकान में चोरी की कोशिश की। इसके अलावा उत्तराखंड के अल्मोड़ा में एक मोबाइल शॉप में कूमल लगाकर चोरी की कोशिश की। रामपुर के लालपुर में परचून की दुकान में भी चोरी करने का प्रयास गिरोह कर चुका है।