मुरादाबाद में मां-बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म, पार्षद समेत 13 लोगों के खिलाफ लिखाया मुकदमा
Gang misdeed in Moradabad पीड़ित महिला के अनुसार वह मूलरूप से दिल्ली की निवासी है। कुछ साल पहले उसका निकाह मुरादाबाद मियां कालोनी निवासी युवक के साथ हुआ था। दोनों में विवाद होने के बाद पति ने महिला को घर से बाहर निकाल दिया था।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Gang misdeed in Moradabad: मझोला पुलिस ने एक महिला की तहरीर पर पार्षद समेत 13 के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज किया है। महिला ने आरोप लगाया है कि पार्षद ने उसका अश्लील वीडियो बनाकर दुकान और जमीन की रजिस्ट्री करा ली। इसके बाद उसके साथ दुष्कर्म किया है। अश्लील वीडियो दिखाकर पार्षद और उसके साथियों ने नाबालिग बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।
बीते एक साल से डरा-धमकाकर पार्षद और उसके परिवार के लोग जबरन अनैतिक काम करा रहे हैं। इस काम से जो पैसा मिला उससे गाड़ी भी खरीद ली है। महिला की तहरीर पर पार्षद समेत पांच नामजद और आठ अज्ञात के खिलाफ मझोला पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।
पीड़ित महिला के अनुसार वह मूलरूप से दिल्ली की निवासी है। कुछ साल पहले उसका निकाह मुरादाबाद मियां कालोनी निवासी युवक के साथ हुआ था। दोनों में विवाद होने के बाद पति ने महिला को घर से बाहर निकाल दिया था। इस दौरान महिला और उसकी नाबालिग बेटी की मदद का भरोसा देकर पार्षद ने अपने घर में रख लिया था।
आरोप है कि वार्ड 69 से पार्षद सद्दाम हुसैन के पिता सफीन ने एक दिन चोरी-छिपे महिला का अश्लील वीडियो बना लिया। इसके बाद उसे वायरल करने की धमकी देकर दुष्कर्म किया। कुछ दिनों बाद पार्षद और उसके पिता ने मिलकर जबरन महिला के नाम पर दर्ज जमीन और दुकानों की रजिस्ट्री अपने नाम पर करा ली।
इसके बाद पिता-पुत्र के साथ ही दोस्त रेहान पाशा, पार्षद के भाई मोनिश ने सामूहिक रूप से बंधक बनाकर मां-बेटी के साथ दुष्कर्म किया। महिला का आरोप है कि पिता-पुत्र ने जान से मारने की धमकी देकर अनैतिक काम कराने लगे। आरोपितों ने रामपुर और मुरादाबाद जनपद के आठ लोगों से 80 लाख रुपये तक की रकम वसूल की है।
पीड़िता की तहरीर पर मझोला पुलिस ने पार्षद सद्दाम हुसैन, पिता सफीन, भाई मोनिश, मां शन्नो, दोस्त रेहान पाशा के साथ आठ अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी, सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज किया है। सिविल लाइंस सीओ आशुतोष तिवारी ने बताया कि महिला की तहरीर पर आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।
पार्षद के खिलाफ पहले भी दर्ज हो चुके हैं मुकदमे
पार्षद सद्दाम हुसैन का विवाद से पुराना नाता है। उसके खिलाफ सिविल लाइंस और मझोला थाने में कई मुकदमे दर्ज है। कांग्रेस कमेटी में जिला महासचिव के पद पर रहे सद्दाम को विधानसभा चुनाव के दौरान सपा प्रत्याशी का प्रचार करने पर पार्टी से छह साल के लिए बाहर कर दिया गया था।
इससे पहले मझोला थाने में महिला से मारपीट और घर में घुसकर छेड़खानी के मामले में मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया था। 12 मई 2022 को हिमगिरी कालोनी में एक आवास पर कब्जे के लिए मां-बेटे को दुष्कर्म के आरोप में फंसाने की साजिश भी पार्षद ने रची थी। इस मामले में सिविल लाइंस थाने में आरोपित पार्षद के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
पीड़ित महिला भी दर्ज करा चुकी है दुष्कर्म के मुकदमे
पीड़ित महिला भी दुष्कर्म के मुकदमे दर्ज करा चुकी है। इससे पहले उसने अपने पति पर तेजाब फेंकने का आरोप लगाते हुए मझोला थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस के अनुसार महिला दो अलग-अलग थाने में स्वयं के साथ ही बेटी के द्वारा भी दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया है।
पुलिस महिला के द्वारा अभी तक दर्ज कराए गए मुकदमों की छानबीन करने के साथ ही स्टेट्स रिपोर्ट भी चेक कर रही है। पार्षद पर भी मुकदमा दर्ज होने के बाद 24 घंटे बाद पीड़ित महिला ने आरोपों से इन्कार कर दिया है। जबकि मुकदमा दर्ज नहीं होने पर एसपी देहात और एसएसपी कार्यालय में पहुंचकर महिला ने हंगामा किया था। लेकिन मुकदमा दर्ज होते ही अब वह आरोपों से इन्कार कर रही है।
सीओ बोले, जांच करके दोनों पक्षों पर होगी कार्रवाई
सिविल लाइंस सीओ आशुतोष तिवारी ने कहा कि इस मामले में दोनों पक्षों की भूमिका की जांच कर रही है। फर्जी मुकदमा दर्ज कराने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले भी दोनों पक्षों के द्वारा अलग-अलग मामलों में दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया गया है। लेकिन कोर्ट में पहुंचने के बाद दोनो पक्ष बयान से पलट जाते हैं।