पत्नी से अनबन होने पर फर्नीचर कारीगर ने दी जान
पत्नी से अनबन होने पर फर्नीचर कारीगर ने दी जान।
मुरादाबाद, जेएनएन। लॉकडाउन में पत्नी से अनबन होने पर फर्नीचर कारीगर ने जान दे दी। यह कारीगर थाना कुंदरकी के इमरतपुर सिरसी गांव के उसी कुलवंत का भाई है, जिसे प्रधान समेत पांच लोगों ने दूसरे समुदाय की युवती से शादी करने पर धमकाया था। हालांकि पुलिस का कहना है कि उस घटना से कारीगर की मौत का कोई वास्ता नहीं है।
ग्राम इमरतपुर सिरसी गांव निवासी विपिन कुमार फर्नीचर कारीगर है। विपिन की शादी चार साल पहले सैफनी के पास रामपुर के कासमनगला गांव की रजनी से हुई थी। उनके पास दो साल का बेटा शिवकुमार भी है। विपिन ने लॉकडाउन में तीन महीने से कोई काम नहीं किया। इसलिए घर में खर्च के लिए रुपये नहीं थे। इसके चलते पत्नी से आए दिन विवाद होता रहता था। परिजनों के मुताबिक विपिन कमरे में सो रहा था। पत्नी और बच्चा आंगन में सोए थे। इस दौरान विपिन ने कमरे में ही खुदकशी कर ली। तड़के में पत्नी रजनी कमरे में गई तो उसका शव फांसी के फंदे पर लटका था। पति की फांसी पर लटकी लाश देखते ही रजनी की चीख निकल पड़ी। शोर मचने पर पूरा परिवार जाग गया। कमरे का दरवाजा तोड़कर शव को निकाला गया। घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। प्रभारी निरीक्षक अजयपाल सिंह ने बताया कि विपिन ने पत्नी से अनबन होने पर खुदकशी की है। उसके भाई कुलवंत को धमकाने वाली घटना से इसका कोई लेना-देना नहीं है। फिर भी हम सभी पहलुओं पर जांच करा रहे हैं। सदमे में टूटा लॉकडाउन
इमरतपुर सिरसी गांव के फर्नीचर कारीगर विपिन की मौत के बाद परिवार और मुहल्ले की महिलाओं की भीड़ इतनी थी कि सदमे में किसी को शारीरिक दूरी बनाए रखने का ख्याल नहीं रहा। पुलिस भी ऐसे में किसी को कोरोना वायरस से बचाव के बारे में भीड़ को नहीं समझा सकी।