Move to Jagran APP

दिल्ली के तिहाड़ जेल की दोस्ती बनी मजबूत, सम्भल-मुरादाबाद में काट लिया एटीएम

शाहरूख व इशरत पकड़े गए लेकिन मुरादाबाद ने आसिफ राहिल शौकीन और रिजवान ने एटीएम काट कर 16 लाख उड़ा लिए। उनके पकड़े जाने पर कहानी खुली।

By Narendra KumarEdited By: Published: Wed, 22 Jul 2020 05:32 PM (IST)Updated: Wed, 22 Jul 2020 05:32 PM (IST)
दिल्ली के तिहाड़ जेल की दोस्ती बनी मजबूत, सम्भल-मुरादाबाद में काट लिया एटीएम
दिल्ली के तिहाड़ जेल की दोस्ती बनी मजबूत, सम्भल-मुरादाबाद में काट लिया एटीएम

सम्भल, जेएनएन। 16 जून की रात सम्भल में दस लाख और पांच जुलाई की रात मुरादाबाद में एटीएम काटकर 16 लाख रुपये उड़ाने वाले दिल्ली के शातिर चोरों को यह अंदेशा भी नहीं होगा कि वह आसानी से गिरफ्त में आ जाएंगे। सम्भल के एटीएम से 10 लाख उड़ाने के बाद जोश ऐसा भरा कि इस गिरोह ने दो जगहों पर एक साथ एटीएम काटने की तैयारी कर ली। इसी कोशिश में छह लोगों के गिरोह के दो सदस्य मथुरा के कोसी कला निवासी शाहरूख और इशरत पकड़ लिए गए और उनसे मिले क्लू ने मुरादाबाद पुलिस को भी राहत दे दी।

loksabha election banner

चोरों की तलाश में कभी दिल्ली तो कभी हरियाणा तक की खाक छानने के बाद मुरादाबाद पुलिस के हाथ कुछ खास नहीं लग सका था। ऐसे में जो पकड़े गए उनकी कहानी भी किसी फिल्म से कम नहीं रही। सम्भल के हातिम सराय का आसिफ एटीएम लूटकांड की पूरी कहानी का असली विलेन निकल गया। वर्ष 2011 में थाना वेलकम में हत्या करने के बाद तिहाड़ जेल में बंद सम्भल के आसिफ की दोस्ती शकरपुर के शातिर चोर राहिल आजाद से हुई और प्रगाढृ भी हो गई। दोस्ती नौ साल तक कायम रही। लॉक डाउन में पैसे की तंगी हुई तो आसिफ इशरत निवासी बेहटा गुसाई बदायूं से मिला और इशरत ने करा दी शाहरूख निवासी कोसी कला मथुरा से दोस्ती। शाहरूख एटीएम काटने में माहिर था। उसने अपने मन मुताबिक वाला अपराध बता दिया और आसिफ ने राहिल से बात की। राहिल अपने साथ दो अन्य साथी शौकीन उर्फ शानू व रिजवान को शामिल किया। उनका परिचय आसिफ से पत्रकार के रूप में कराया। इन चारों ने मिलकर इशरत और शाहरूख किया और रेकी कर सम्भल के बीओइ के एटीएम को काट कर दस लाख उड़ा लिया। इसके पहले वह सभी आसिफ के घर रूके थे। राहिल के पास स्विफ्ट कार थी जिसका इस्तेमाल हुआ। कम समय में ज्यादा कमाने के चक्कर में 16 जून की रात के बाद महज 15 दिन बाद ही एक साथ दो एटीएम काटने की साजिश रच दिए। 

शाहरूख बन गया था राहिल का गुरू

राहिल ही इस ग्रुप का पढ़ा लिखा था। दसवीं पास था। लोहे की डाई का काम करता था। वह लोहे की मोटी चादर लाया था और आसिफ के घर शाहरूख उसका गुरु बना तथा उसे एटीएम काटना सिखाया था।

अभियुक्त राहिल उर्फ आजाद पर आठ मुकदमे

मुकदमा 599/16, धारा 379, थाना शकरपुर दिल्ली

मुकदमा 12165/16, धारा 379, थाना शकरपुर दिल्ली

मुकदमा 494/18, धारा 379, थाना शकरपुर दिल्ली

मुकदमा 141/15, धारा 266, थाना जीटीपी एंक्लेव दिल्ली

मुकदमा 12926/16, धारा 379, थाना शकरपुर दिल्ली

मुकदमा 275/15, धारा 379 व 411, थाना साहिबाबाद गाजियाबाद

मुकदमा 269/20, धारा 379, 427, 411 थाना नखासा सम्भल

मुकदमा 1027/20, धारा 392, थाना सिविल लाइन मुरादाबाद

अभियुक्त शौकीन उर्फ शानू का आपराधिक इतिहास

मुकदमा 269/20, धारा 379, 427, 411 थाना नखासा सम्भल

मुकदमा 1027/20, धारा 392, थाना सिविल लाइन मुरादाबाद

मुकदमा 1120/06, धारा 379, 411, थाना शकरपुर दिल्ली

मुकदमा 1210/06, धारा 379, थाना शकरपुर दिल्ली

अभियुक्त आसिफ का आपराधिक इतिहास

मुकदमा 832/11, धारा 302, थाना वेलकम, दिल्ली

मुकदमा 269/20, धारा 379,427,422 थाना नखासा सम्भल

मुकदमा 1027/20, धारा 392, थाना सिविल लाइन मुरादाबाद अभियुक्त रिजवान का आपराधिक इतिहास

 मुकदमा 269/20, धारा 379,427,422 थाना नखासा सम्भल

मुकदमा 1027/20, धारा 392, थाना सिविल लाइन मुरादाबाद


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.