गन्ना विभाग की ई-टेंडर में फर्जीवाड़ा, जानिए क्या है पूरा मामला Moradabad News
एमएलसी की शिकायत पर मंडलायुक्त ने पूरी प्रक्रिया पर लगाई रोक। मुरादाबाद सम्भल और अमरोहा की समिति के हैं टेंडर।
मुरादाबाद (आशुतोष मिश्र)। गन्ना विभाग में सड़कों के निर्माण के लिए नियमों की अनदेखी कर टेंडर जारी कर दिए गए। ई-टेंडर में एक ही शपथ पत्र का उपयोग करने शिकायत हो गई। मुरादाबाद, अमरोहा और सम्भल जिले की सड़कों के टेंडर में लेकर फर्जीवाड़ा की शिकायत आने पर मंडलायुक्त ने पूरी प्रकिया पर रोक लगा दी है।
ये है पूरा मामला
मुरादाबाद के मिलक अमावती से मिर्जापुर, खानपुर से बीजना, मझरा लाड़पुर से सलेमपुर मंदिर सम्भल के असमोली से हीरापुर, गोठना से बाईपास मार्ग निर्माण की ई-टेंडर में पूरी प्रक्रिया को नहीं अपनाया गया। गन्ना विभाग के प्रस्ताव पर बनने वाली इन सड़कों के मद में मुरादाबाद में 2.47 करोड़, सम्भल में 1.27 करोड़ और अमरोहा में 3.5 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। कुल इक्कीस सड़कों का निर्माण होना है। जिन ठेकेदारों को काम मिला। उनमें कई ने एक राजस्व शपथ पत्र को कई ठेके में प्रयोग किया है। गलत प्रपत्र के आधार पर टेंडर स्वीकार कर लिए गए। इस मामले में ठेकेदार प्रशांत सिंह ने डीएम, मंडलायुक्त और मुख्यमंत्री से शिकायत की। करीब तीन करोड़ रुपए के ठेके गलत दस्तावेजों के आधार पर जारी कर दिए गए।
एमएलसी के पत्र पर कमिश्नर ने बैठा दी जांच
सदस्य विधान परिषद और प्रदेशीय विद्युत व्यवस्था जांच समिति के सभापति डा. जयपाल सिंह व्यस्त ने इस प्रकरण में मंडलायुक्त को पत्र लिखकर टेंडर निरस्त करने को कहा था। आयुक्त ने इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए प्राविधिक परीक्षक (टीएसी) ग्राम्य विकास विभाग को पत्र जारी कर दिया है। मुरादाबाद, सम्भल और अमरोहा जिले के टेंडर की फाइल जांच के लिए संयुक्त विकास आयुक्त को देने के आदेश जारी किए गए हैं।