मुरादाबाद में बिल्डर दंपती ने बेच दी सरकारी जमीन, चिकित्सक की तहरीर पर मुकदमा
Fraud in land purchase in Moradabad तीन साल पहले काजीपुरा रोड पर हुआ था भूमि का बैनामा। पीड़ित चिकित्सक ने आरटीआई से उठाया सच से पर्दा। । गंभीर आरोपों के आधार पर दंपती के खिलाफ अभियोग दर्ज करने के बाद पुलिस घटना की तह तक जाने में जुटी है।
मुरादाबाद, जेएनएन। सिविल लाइंस पुलिस ने एक बिल्डर दंपती के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है। दंपती पर आरोप है कि रुपये लेकर उन्होंने पीड़ित के नाम सड़क की भूमि की रजिस्ट्री कर दी। गंभीर आरोपों के आधार पर दंपती के खिलाफ अभियोग दर्ज करने के बाद पुलिस घटना की तह तक जाने में जुटी है।
सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में कोर्ट रोड के रहने वाले रोहित कुमार मित्तल के मुताबिक वह पेशे से चिकित्सक हैं। 16 मार्च 2017 को उन्होंने एमएस ग्रांड इन्फ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की डायरेक्टर भावना कात्याल व उनके पति कुलदीप कात्याल से काजीपुरा रोड पर एक प्लाट खरीदा। रजिस्टर्ड प्लाट का क्षेत्रफल 84,3 वर्ग मीटर है। इस बीच चिकित्सक ने आरटीआइ के माध्यम से मुरादाबाद विकास प्राधिकरण से सूचना मांगी। तब पता चला कि रजिस्टर्ड प्लाट महज 67.4 वर्ग मीटर ही है। विकास प्राधिकरण से मिली सूचना के बाद चिकित्सक को समझते देर नहीं लगी कि वह धोखाधड़ी के शिकार हुए हैं। छानबीन में पता चला कि लगभग 17 वर्ग मीटर अतिरिक्त भूमि बिल्डर दंपती ने चिकित्सक के नाम की है, वह सरकार की है। चिकित्सक के मुताबिक उक्त भूमि में सड़क है। बिल्डर दंपती पर शारीरिक व आर्थिक उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए उन्होंने पुलिस को तहरीर दी। बताया कि प्लाट क्रय करने के लिए उन्होंने ढाई लाख रुपये बैंक से लोन लिया था। 3,200 रुपये प्रतिमाह अभी भी वह लोन की किस्त जमा कर रहे हैं। तहरीर के आधार पर बिल्डर दंपती के खिलाफ पुलिस ने अभियोग दर्ज कर लिया। थाना प्रभारी दरवेश कुमार ने बताया कि पुलिस ने आरोपों की जांच शुरू कर दी है।