पूर्व सीओ आले हसन से आठ घंटे पूछताछ, खुद को बेकसूर बताया Rampur News
आले हसन आजम खां के करीबी हैं और उनके ऊपर विभिन्न थानों में कई मुकदमें दर्ज हैं। इससे पहले भी वह बयान दर्ज कराने आए थे।
रामपुर,जेएनएन। सांसद आजम खां के करीबी अधिकारियों में शामिल सेवानिवृत्त क्षेत्राधिकारी आले हसन खां से गुरुवार को फिर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने लंबी पूछताछ की। यह पूछताछ आठ घंटे तक चली। उन्हें 14 मार्च को फिर पूछताछ के लिए बुलाया गया है। इससे पहले नौ मार्च को भी उनसे पूछताछ की गई थी। आले हसन खां के खिलाफ 55 मुकदमे दर्ज हैं। इनमें 27 मामले जौहर यूनिवर्सिटी के लिए किसानों की जमीनें जबरन कब्जाने के थे। इसके अलावा यतीमखाना प्रकरण में भी करीब दर्जन भर मुकदमे हैं। गुरुवार को सुबह 10 बजे पूर्व सीओ बयान दर्ज कराने महिला थाने पहुंचे। यहां शाम छह बजे तक उनसे पूछताछ की गई। नगर मजिस्ट्रेट सर्वेश गुप्ता और सीओ सिटी विद्या किशोर ने उनसे मुकदमों के संबंध में सवाल किए।
इसके अलावा शहर कोतवाली, गंज कोतवाली, सिविल लाइंस और अजीमनगर थाने की पुलिस ने भी पूछताछ की। हालांकि उन्होंने अपने बयानों में खुद को बेकसूर बताया। अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार ङ्क्षसह ने बताया कि पूर्व सीओ को अब 14 मार्च को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
यह है मामला
पिछले साल अजीमनगर थाने में सांसद आजम खां और तत्कालीन सीओ सिटी आले हसन के खिलाफ 27 मुकदमे दर्ज हुए थे। इनमें 26 मुकदमे किसानों ने कराए थे। किसानों का आरोप है कि उन्हें डरा धमका कर और झूठे मुकदमो में फंसा कर उनकी जमीन को आजम खां की जौहर यूनिवर्सिटी में मिला लिया था। फरार होने पर उनके खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी किया गया था। इसके बाद आले हसन हाईकोर्ट चले गए थे। हाईकोर्ट ने उन्हें रामपुर पहुंचकर मुकदमों में अपने बयान दर्ज कराने के आदेश दिए थे।