सिर कलम वाले बयान पर पूर्व विधायक का पलटवार, बोले-गुस्से में कहा था
भाजपा महिला विधायक का सिर कलम करने वाले को 50 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा करने वाले बसपा के पूर्व विधायक विजय यादव के बयान से पार्टी ने किनारा कर लिया है।
मुरादाबाद। भाजपा महिला विधायक का सिर कलम करने वाले को 50 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा करने वाले बसपा के पूर्व विधायक विजय यादव के बयान से पार्टी ने किनारा कर लिया है। वहीं इस मामले में एफआइआर कराने की घोषणा भाजपाइयों की सिर्फ घोषणा ही निकली। इस मामले में किसी भी थाने में कोई तहरीर तक नहीं दी गई।
इस तरह के बयान से संगठन को कोई मतलब नहीं
बसपा जिलाध्यक्ष गुलाब सिंह ने बयान जारी करके कहा था कि इस तरह के बयान देने का संगठन से कोई मतलब नहीं है। ये उनका व्यक्तिगत बयान है। वहीं पूर्व विधायक विजय यादव ने कहा कि हमने गुस्से में बयान दिया था। 48 घंटे में माफी मांगने की बात कही थी। भाजपा विधायक ने बहनजी से माफी मांग ली है। इसलिए यह प्रकरण समाप्त हो जाता है। भाजयुमो पश्चिम क्षेत्र के अध्यक्ष राजू कालरा ने बताया कि मुरादाबाद में नहीं होने के चलते एफआइआर दर्ज नहीं कराई गई। बुधवार को एसएसपी से मिलकर शिकायत देंगे।
चुनाव नजदीक आते ही बिगड़े सियासी बोल
सियासत में नेताओं के बोल बिगडऩा नया नहीं है। सियासत से जुदा लोग इसको सोची समझी साजिश बताते हैं। माना जाता है कि खुद को सुर्खियों में लाने के लिए नेता ऐसा करते हैं। पहले की राजनीति में सुचिता का ध्यान रखा जाता था, सब अदब से पेश आते थे। अब तो अदब खो दिया है। राजनीतिक संस्कार खत्म हो रहे हैं। भाजपा की मुगलसराय सीट से महिला विधायक साधना सिंह की बसपा सुप्रीमो मायावती पर की गई टिप्पणी के बाद ठाकुरद्वारा के पूर्व विधायक विजय यादव ने उनका सिर कलम करके लाने वाले को 50 लाख का इनाम देने की घोषणा करके नए विवाद को जन्म दिया है। यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी राजनीति से जुड़े लोग गलत बयानबाजी करते आए हैं। विजय यादव पहले भी विवादित बोले बोलते रहे हैं। सपा और बसपा के गठबंधन के बाद हुई सभा में 15 जनवरी को बसपा नेता विजय यादव ने भाजपा को मंच से धमकी भी दी थी। बोले थे कि भाजपा वालों को तो दौड़ा-दौड़ा कर मारेंगे। घबराने की जरूरत नहीं है। आज इन्हें नानी याद आ गई होगी, कि एसपी-बीएसपी एक हो गई हैं। इससे पहले 14 जनवरी को कांग्रेस नेता राशिद अल्वी के भी बोल बिगड़ गए थे। उन्होंने अमरोहा में आयोजित रैली में सीएम योगी को अजगर से भी जहरीला बताया था।
अब अलग-अलग हो गई है विचारधारा
राजनीतिक में अब विचारधारा अलग-अलग हो गई है। पैसा कमाने के लिए लोग इसमें आने लगे हैं। राजनीतिक स्तर गिर गया है। सेवा का भाव नहीं रहा है। पहले भी विपक्ष में होते थे तो अपनी मर्यादा को नहीं भूलते थे।
राजा चंद्रविजय सिंह, पूर्व सांसद
पूरी राजनीति हो गई है बेउसूल
आजकल संपूर्ण राजनीति बेउसूल हो गई है। जो राजनीतिक संस्कार होते थे, उनका दूर-दूर तक पता नहीं है। लोगों का राजनीति पर विश्वास ही नहीं है। राजनीति का ज्ञान नहीं है। इसलिए जुबान पर नियंत्रण नहीं है। न अपनी गरिमा का अंदाजा है। इन हालात में राजनीति पर बोलना बेकार समझता हूं।
-मंसूर उस्मानी, प्रख्यात शायर