स्वरूप ही मेरा है, सब पदार्थ मुझसे भिन्न है, ऐसी श्रद्धा ही उत्तम त्याग धर्म
मुरादाबाद जेएनएन कुंदरकी नगर व क्षेत्र के जैन मंदिरों में पर्यूषण पर्व का आठवा दिन उत्तम त्याग धर्म के रूप में मनाया गया।
मुरादाबाद, जेएनएन : कुंदरकी नगर व क्षेत्र के जैन मंदिरों में पर्यूषण पर्व का आठवा दिन उत्तम त्याग धर्म के रूप में मनाया गया।
क्षेत्र के गाव हरियाना स्थित श्री नेमिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में शुक्रवार प्रात: अनिल जैन ने भगवान श्री जी का अभिषेक किया। इसके बाद श्रावकों ने गंधोधक लगाया। अभिषेक के दौरान भगवान आदिनाथ के जयकारों से माहौल भक्तिमय हो गया। इसके उपरात सामूहिक पूजा अर्चना विधि विधान पूर्वक संपन्न कराई। वहीं, नगर के मुख्य बाजार स्थित श्री अजितनाथ चेत्तलाय में अंकुर जैन, हिंमाशु जैन ने प्रक्षाल के उपरात भगवानों की पूजा, स्वयंभू स्त्रोत भाषा, समुच्चय महार्घ, शांति पाठ व तीर्थस्थलों की विशेष पूजा अर्चना की गई तथा शांतिधार, शांतिपाठ व विसर्जन पाठ से देश की खुशहाली के लिए प्रार्थना की गई। कहा कि जगत का कोई पदार्थ मेरा नहीं है। मेरा स्वरूप ही मेरा है, सर्व पर पदार्थ मुझसे भिन्न है, साधु, मुनि, व्रती, गुरु जान आदि को उनके दर्शन, ज्ञान और चरित्र की वृद्धि के लिए भक्तिभाव से और दुखित भूखे, अंगहीन, हीनदरिद्गियों को करुणाभाव से भूख-प्यास में आहार-जल देना, रोग अवस्था में शुद्ध औषधि देना, विद्याविलाषियों को शास्त्र देना और भयभीत जीवों को अभय दान देना ऐसी श्रद्धा ही उत्तम त्याग धर्म सिखाता है।
उधर, मोहल्ला कायस्थान स्थित श्री चंद्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिर में सोनू जैन, राजीव जैन, तनिष्क जैन ने सुबह भगवान की प्रतिमाओं का अभिषेक किया। इसके बाद उत्तम त्याग धर्म सहित विशेष सामूहिक पूजा अर्चना हुई। वहीं, शाम को जैन समाज के लोगो ने सामूहिक आरती की और भक्ताबर स्तोत्र के पाठ का आयोजन किया गया जिसमें जैन समाज के लोग उपस्थित रहे।