अवैध तरीके से बना रहे थे विदेशी शराब, पुलिस ने पकड़ा तो पता चला 25 हजार का है इनामी बदमाश
मिलक कोतवाली पुलिस ने आबकारी विभाग के साथ मिलकर लग्जरी कार में अल्कोहल से देशी और विदेशी शराब बनाते दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ की तो पता चला कि इनमें एक 25 हजार रुपये का इनामी भी शामिल है
मुरादाबाद, जेएनएन। मिलक कोतवाली पुलिस ने आबकारी विभाग के साथ मिलकर लग्जरी कार में अल्कोहल से देशी और विदेशी शराब बनाते दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ की तो पता चला कि इनमें एक 25 हजार रुपये का इनामी भी शामिल है, जो बरेली जिले के थाना फरीदपुर अंतर्गत परा गांव का सुनील शर्मा उर्फ ननकू पंडित है। पांच माह पहले शहजादनगर थाना क्षेत्र में पुलिस ने 25 हजार लीटर अल्कोहल से भरा टैंकर पकड़ा था। उसमें भी यह शामिल था और तब से शहजादनगर पुलिस को इसकी तलाश थी। रविवार को यह मिलक पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
मिलक कोतवाली प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि आरोपित के बारे में सूचना मिली थी कि हाईवे पर ग्राम मेहंदीनगर के मोड़ पर एक लग्जरी कार खड़ी है, जिसमें दो लोग अल्काहोल से देशी और अंग्रेजी शराब बना रहे हैं। इस पर आबकारी विभाग की टीम के साथ वहां छापा मारा और दोनों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें ननकू पंडित और उसके ही गांव का विभू शर्मा है। कार से आठ पेटी विदेशी ब्रांड की शराब के 384 पौवे मिले। 80 लीटर क'ची शराब और नौ पौवे अवैध तरीके से तैयार सोल्जर मार्का मसालेदार शराब मिली। ननकू पंडित अवैध रूप से अल्कोहल पठानकोट और हरियाणा से मंगाता था। इसे हरियाणा की शराब में मिलाकर ब्रांडेड नकली शराब तैयार करता था। उसकी गाड़ी से पुलिस को सोल्जर मार्का मसालेदार शराब के रैपर, 60 खाली पौवे, 600 ढक्कन, एक बंडल क्यूआर कोड आदि सामान भी मिला। वह इन बोतलों में अवैध रूप से तैयार शराब भरकर ग्राहकों को कम दामों पर बेचता था। रविवार को भी शराब बेच रहे थे तभी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
पांच माह पहले एसटीएफ ने पकड़ा था 25 हजार लीटर अल्कोहल
जिले में अवैध शराब का धंधा बहुत पुराना है, जो पुलिस और आबकारी विभाग की मिलीभगत से चल रहा है। यही वजह रही कि पांच माह पहले इसकी शिकायत स्थानीय पुलिस के बजाय एसटीएफ लखनऊ को मिली। एसटीएफ ने 12 जून 2020 को शहजादनगर थाना क्षेत्र के कमोरा गांव से एक टैंकर पकड़ा था, जिसमें 25 हजार लीटर एएनए (एक्स्ट्रा न्यूट्रल एल्कोहल) था। एसटीएफ ने मौके से तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि दो आरोपित अंधेरे का लाभ उठाकर भागने में सफल रहे थे। पकड़े गए लोगों में शहजादनगर थाना क्षेत्र के धमोरा निवासी राजेन्द्र सक्सेना उर्फ राजू सक्सेना, धमोरा का ही अखिलेश मौर्य और नसीमगंज टांडा थाना क्षेत्र का राजेन्द्र शामिल था। जबकि फरार आरोपितों में ज्वालानगर निवासी धर्मपाल और सुनील शर्मा उर्फ ननकू पंडित निवासी फरीदपुर, बरेली था। सभी के खिलाफ एसटीएफ के दरोगा सत्यप्रकाश की ओर से रिपोर्ट दर्ज करायी गई थी। ननकू की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम भी रखा था। पुलिस को जानकारी मिली थी कि टैंकर पंजाब के पठानकोट स्थित एक फैक्ट्री से आसाम जा रहा था। रास्ते में आरोपितों द्वारा टैंकर चालक से साठगांठ करके इससे अल्कोहल चोरी किया जा रहा था। एसटीएफ के पकड़े जाने पर शराब के इस अवैध धंधे का पता चला था। यह मामला तब और चर्चा में आ गया था, जब एडीजी कानून व्यवस्था ने स्थानीय पुलिस और आबकारी विभाग की भूमिका को लेकर पत्र लिखा। इसके बाद तत्कालीन शहजादनगर थाना प्रभारी सतेंद्र कुमार और धमोरा चौकी प्रभारी अनुराग चौधरी को हटा दिया गया था। आइजी रमित शर्मा ने भी धमोरा आकर जांच पड़ताल की थी। फिलहाल डीआइजी बरेली राजेश कुमार पांडेय इस मामले में पुलिस की भूमिका की जांच कर रहे हैं। इस मामले की विवेचना में विवेचनाधिकारी ने भी खेल कर दिया है। पहले धारा हटाई गईं और फिर लगाई गई हैं। इस प्रकरण से जुड़ा एक मुकदमा पठान कोट में भी दर्ज हुआ है।