किसानों की सुविधा के लिए लॉकडाउन में भी खुलेंगी खाद की दुकानें Rampur News
शासन के निर्देश पर जिले में खाद की दुकानों को चार घंटे तक खोलने के मोहलत प्रशासन ने दी है। लॉकडाउन के कारण लोग घरों में बंद हैं।
रामपुर,जेएनएन। कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए देश भर में लागू लॉकडाउन के चलते हर जगह सब कुछ थम सा गया है। लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े, इसका पूरा ध्यान शासन व प्रशासन द्वारा रखा जा रहा है। इस क्रम में ही गन्ने की बोआई का समय होने के कारण किसानों को खाद आदि की किल्लत न हो, इसका भी पूरा ध्यान रखा गया है। बाजारों में सन्नाटा है। लोगों को भले ही परेशानी उठानी पड़ रही हो, लेकिन मुसीबत को टालने के लिए सब पूरा सहयोग कर रहे हैं। उधर गन्ने की बोआई का समय होने के कारण किसानों को खाद, बीज व दवाइयों को लेकर ङ्क्षचता सताने लगी थी। ङ्क्षचता उन किसानों को भी थी जिनके खेत या तो खाली हो चुके थे, या खाली होने वाले थे। क्योंकि किसान खेत में खरीफ के पूर्व कम समय में होने वाली उड़द, मूंग और पशुओं के लिए हरे चारे की बोआई करते हैं। सरकार के इस फैसले से परंपरागत किसानों के साथ सब्जी बोने वाले किसानों को भी राहत मिली है। शासन ने इस समस्या का हल निकालते हुए ढील प्रदान कर दी है। इसके अंतर्गत खाद-बीज की दुकानें लॉकडाउन से बाहर रहेंगी। कृषि उप निदेशक नरेंद्र पाल ने बताया कि उन्हें पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न तीन बजे तक खोला जाएगा। गन्ना किसानों को भी वहां जाने से नहीं रोका जाएगा। दुकान पर पहुंचने पर उन्हें एक दूसरे से शारीरिक दूरी बना कर रखनी होगी।
हर दो घंटे पर करनी होगी सफाई
उप कृषि निदेशक नरेंद्र पाल के अनुसार इस दौरान प्रतिष्ठानों पर किसानों को खड़े होने के लिए एक मीटर की दूरी पर घेरे बनाए जाएंगे। साथ ही दो घंटे के अंतराल पर परिसर को सैनिटाइज भी किया जाएगा।
पिछले वर्ष 34 हजार हेक्टेयर में गन्ना बोया गया था। इस बार इस संकट में लग रहा है कि शायद पैदावार पर कुछ प्रभाव पड़ेगा। ऐसा न हो इसके लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं।
हेमराज ङ्क्षसह, जिला गन्ना अधिकारी