लोकगीत और बालीवुड के गीतों ने बांधा समां
मुरादाबाद पंचायत भवन में आयोजित जिला कृषि, विकास एवं सांस्कृतिक प्रदर्शनी के तीसरे दिन एक शाम दस्
मुरादाबाद
पंचायत भवन में आयोजित जिला कृषि, विकास एवं सांस्कृतिक प्रदर्शनी के तीसरे दिन एक शाम दस्तकारों के नाम और संगीत संध्या का आयोजन किया गया। इसमें लोकगीत की प्रस्तुतियों और बालीवुड के गीतों से प्रदर्शनी की समां गुलजार हुई।
एक शाम दस्तकारों के नाम कार्यक्रम में बच्चों की मनमोहक प्रस्तुतियां आकर्षण का केन्द्र रही। गणेश वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। वैष्णवी ने मैं तेनू समझावा गीत प्रस्तुत किया। क्लासिकल बालीवुड नाइट में बच्चों ने मनमोहक नृत्य किया। फैंसी ड्रेस शो में बच्चे अलग-अलग परिधान में नजर आये। बालश्रम पर आधारित नाट्य मंचन को लोगों ने खूब सराहा। नाटक के माध्यम से बालश्रम से किस प्रकार बच्चों का बचपन के साथ खिलवाड़ हो रहा है। नाटक में समाज में व्याप्त बालश्रम जैसी समस्या के प्रति लोगों को जागरूक किया गया। इस प्रस्तुति को लोगों ने अपने-अपने जगह से खड़े होकर कलाकारों का उत्साह वर्धन किया। कार्यक्रम में संयुक्त आयुक्त उद्योग देवराज गौतम मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे।
----------
बेटी बचाओं बेटी बढ़ाओ का मिला संदेश
गायक सूरज सिंह ने गोविंद मेरा है गोपाल मेरा है, बेटियां तो महानुभूति है, बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओ। लिख पढ़ा के काबिल बनाओं। गीत प्रस्तुति कर परिसर में लोक संध्या से परिसर में समां बाधा। इसके बाद गायक सुरेश कुशवाहा ने भोजपुरी गीतों की सुंदर प्रस्तुतियां पेश की। कवने रहिया आवे माई रे, दुश्मन मिले से डरे, पाव में पायलियां गीत प्रस्तुत किये। उनकों गीतों पर दर्शक जमकर झूमे। हर कोई भोजपुरी गीतों में रंगा नजर आया। जया ने बालीवुड गीतों से दर्शकों को झुमाया। उन्होंने सइया मिले लरकइया, वैरन पिया जैसे गीत प्रस्तुत किये।