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Flood protection measures : मुरादाबाद में बाढ़ से न‍िपटने की तैयारी, कंट्रोल रूम में फोन करते ही मदद को पहुंचेगी टीम

मानसून की बरसात शुरू होते ही प्रशासन ने बाढ़ से राहत के लिए इंतजाम शुरू कर दिए हैं। कलक्ट्रेट सभागार में बाढ़ कंट्रोल रूम की स्थापना हो चुकी है। यहां 24 घंटे कर्मचारियों की डयूटी लगाई गई है। कंट्रोल रूम प्रभारी डिप्टी कलेक्टर अवनीश कुमार को बनाया गया है।

By Narendra KumarEdited By: Published: Thu, 24 Jun 2021 05:22 PM (IST)Updated: Thu, 24 Jun 2021 05:22 PM (IST)
Flood protection measures : मुरादाबाद में बाढ़ से न‍िपटने की तैयारी, कंट्रोल रूम में फोन करते ही मदद को पहुंचेगी टीम
24 घंटे कर्मचारियों की डयूटी लगाई गई है।

मुरादाबाद, जेएनएन। मानसून की बरसात शुरू होते ही प्रशासन ने बाढ़ से राहत के लिए इंतजाम शुरू कर दिए हैं। कलक्ट्रेट सभागार में बाढ़ कंट्रोल रूम की स्थापना हो चुकी है। यहां 24 घंटे कर्मचारियों की डयूटी लगाई गई है। कंट्रोल रूम प्रभारी डिप्टी कलेक्टर अवनीश कुमार को बनाया गया है। बाढ़ संबंधी समस्या के लिए कंट्रोल रूम के फोन नं 0591-2412728 तथा मोबाइल नंबर 9454416867 पर जानकारी दे सकते हैं। प्रत्येक तहसील में भी बाढ़ कंट्रोल रूम की स्थापना की गयी है, जहां कर्मचारियों की डयूटी लगाई गई है। तहसील सदर में 0591-2971370, 9454416887, तहसील ठाकुरद्वारा में 0591-2241231, तहसील कांठ में 0591-2220116 तथा तहसील बिलारी में 05921-270011 पर आपदा संबंधी सूचना दी जा सकती है। कंट्रोल रूप पर फोन आते ही मदद के लिए टीम पहुंचेगी।

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ये क‍िए गए हैं इंतजाम : चारों तहसीलों में बाढ़ प्रभावित ग्रामों के निकट 34 बाढ़ चौकियां चिन्हित की गई हैं, जो बाढ़ की स्थिति में सक्रिय भूमिका निभाएंगी। इन पर विभिन्न विभाग के बाढ़ राहत के कर्मचारी उपस्थित होंगे। प्रत्येक बाढ़ प्रभावित ग्राम के निकटतम दूरी पर बने स्कूलों को शेल्टर होम के रूम में चिन्हित कर लिया गया है। शेल्टर होम का प्रभारी नायब तहसीलदार स्तर के अधिकारी होंगे। शेल्टर होम में प्रकाश, पेयजल, भोजन, दवा आदि का समुचित प्रबंध किया जाएगा। राहत कैंपों में नहाने और कपड़े धोने के इंतजाम होंगे। सर्पदंश का इंजेक्शन की व्यवस्था भी कराई जाएगी। इसके अतिरिक्त बच्चों को पढ़ाने तथा उनके मनोरंजन की भी व्यवस्था होगी। राहत कैंप की वीडियो फुटेज राहत कार्यालय को प्रतिदिन प्रेषित की जाएगी। आवश्यकतानुसार पशुओं के लिए भी कैंप का आयोजन किया जाएगा। जनपद में प्रत्येक तहसील में संवेदनशील ग्रामों का चिन्हीकरण कर लिया है। बाढ़ प्रभावितों के अवागमन के लिए नावों एवं नाविकों का चिन्हीकरण कर लिया हैै। जनपद में छोटी-बड़ी सरकारी व गैर सरकारी 10 नावें हैं।  चिकित्सा विभाग द्वारा प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एन्टी स्नैक वेनम (सर्पदंश का इंजेक्शन व क्लोरीन की दवा उपलब्ध करा दी गई है। बाढ़ के दृष्टिगत आपातकालीन स्थिति में आवश्यकता होने पर हैलीपेड बनाए जाने और सुरक्षित स्थान का चिन्हीकरण कर लिया है। बाढ़ के दृष्टिगत शेल्टर होम, पशुओं के लिए चारा तथा दवाओं की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी। बाढ़ के दृष्टिगत पशुपालन विभाग को पशुओं के टीकाकरण लिए निर्देश दिया है। एनडीआरएफ की टीमें मुस्तैद रहेंगी। आवश्यकता होने पर मेरठ से सेना का सहयोग भी प्राप्त किया जा सकता है। बाढ प्रभावित ग्रामों में एक सप्ताह के लिए पांच सदस्यों के परिवार के खाद्य सामग्री निर्धारित मात्रा में कराई जाएगी। जिसमें आटा, दाल चावल, लाई, गुड़, तेल, रिफाइण्ड, बिस्कुट, क्लोरीन की गोली, मोमबत्ती, माचिस आदि सहित 17 प्रकार की सामग्री का वितरण कराया जाएगा जो एक सप्ताह की आवश्यकता के लिए पर्याप्त होगा।


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