Flood in Moradabad : हाईवे के बाद गांवों में भी घटने लगा बाढ़ का पानी, तेजी से सामान्य हो रहे हालात
Flood in Moradabad रामपुर और मुरादाबाद के बार्डर से सटे गांव में बाढ़ का पानी घुस गया था। बाढ़ के पानी के चलते बरेली-मुरादाबाद हाईवे भी बंद हो गया था। पानी घटने के साथ ही हाईवे में आवागमन सामान्य हो गया है।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Flood in Moradabad : रामनगर बैराज से कोसी नदी में पानी छोड़े जाने के बाद रामपुर और मुरादाबाद के बार्डर से सटे गांव में बाढ़ का पानी घुस गया था। बाढ़ के पानी के चलते बरेली-मुरादाबाद हाईवे भी बंद हो गया था। देर रात पानी घटने के साथ ही हाईवे में आवागमन सामान्य हो गया है। वहीं गांव में भी पानी घट गया है।
मूंढ़ापांड़े थाना प्रभारी संजय पांचाल ने बताया कि हाईवे में आवागमन सुचारू रूप से चल रहा है। पानी हाईवे से उतर गया है। सुरक्षा की दृष्टि से कुछ स्थानों पर पुलिस पिकेट को लगाया गया है। वहीं सिंचाई विभाग से पानी छोड़े जाने के संबंध में लगातार जानकारी ली जा रही है। गौरतलब है बुधवार को बैराज से छोड़े गए पानी के कारण हाईवे बंद हो गया था। इस दौरान करीब दस घंटे तक वाहनों का आवागमन बंद रहा। इससे राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
ट्रैक्टर में बैठकर बाढ़ प्रभावित गांव को डीएम और एसएसपी ने किया निरीक्षण : रामनगर बैराज से कोसी नदी में छोड़े गए पानी से पांच गांव सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। इन गांव में राहत सामग्री भेजने के लिए अफसरों ने निर्णय लिया था। लेकिन प्रधानों ने स्वयं गांव में लंगर लगाकर भोजन की व्यवस्था कर ली। हालांकि इसके बाद भी अफसराें ने प्रधानों से कहा है कि जो भी उनका खर्च होगा वह दिया जाएगा। बुधवार को जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह के साथ ही एसएसपी बबलू कुमार ने दो बाढ़ प्रभावित गांव का दौरा किया। दोनों अधिकारी एक ट्रैक्टर-ट्राली में सवार होकर मनकरा गांव पहुंचे। यहां पर कोसी नदी का पानी गांव के अंदर घुस गया है। प्रधान के साथ ही ग्रामीणों को मदद का आश्वासन देकर डीएम और एसएसपी भीतखेड़ा गांव भी ट्रैक्टर-ट्राली से पहुंचे। यहां पर दोनों अधिकारियों ने कुछ देर रुकने के बाद दूसरे गांव के प्रधानों से फोन पर बातचीत की। इस दौरान गांव के हालात के बारे में जानकारी मांगी। डीएम ने कहा कि प्रधान ग्रामीणों का पूरा ख्याल रखें।