अब मोबाइल में इंस्टॉल करें एप, घर बैठे दर्ज कराएं ऑनलाइन एफआइआर
पीएम नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया के तहत यूपी पुलिस ने कॉप एप की शुरुआत की है।
मुरादाबाद । पीएम नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया के तहत यूपी पुलिस ने कॉप एप की शुरुआत कर दी है। अब पीड़ित को थाने जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, घर बैठे ही एफआइआर दर्ज करा सकेंगे। इसके माध्यम से पुलिस की 27 सेवाओं का लाभ लिया जा सकता है। एप में एफआइआर, वाहन अथवा किसी प्रकार की चोरी, किराएदार व कर्मचारियों का सत्यापन, गुमशुदगी, चरित्र प्रमाण पत्र जैसी सेवाओं के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। एप से लागिन करने के बाद संबंधित दिशा निर्देश पर इंट्री करनी होगी। एक निश्चित समयावधि के भीतर संबंधित समस्या का निस्तारण करना होगा। ऐसे इंस्टॉल होगा एप एप इंस्टॉल करने के लिए एंड्राइड मोबाइल फोन के प्ले स्टोर पर यूपी कॉप सर्च करना होगा। डाउनलोड होने के बाद खुद का पंजीकरण अनिवार्य होगा। एप इंस्टॉल करने के बाद व्यक्ति को अपनी सेल्फ आइडी क्रिएट करनी होगी। आइडी के लिए व्यक्ति को एप पर नया पंजीकरण कराना होगा। यहा नाम, मोबाइल नंबर, ¨लग, ईमेल आदि का डाटा फीड करना होगा। उसके बाद आइडी क्रिएट होगी। आइडी क्रिएट होने के बाद इसे लागिन किया जाएगा। लागिन करने पर पासवर्ड देते ही मोबाइल पर एक ओटीपी आएगी। यह ओटीपी देते ही लागिन सक्रिय हो जाएगा। ऐसे काम करेगा एप आपको किसी थाने की लोकेशन जाननी है तो एप में मानचित्र की सहायता से थाने की दिशा का पता चल जाएगा। यूपी में कहीं भी किसी समस्या में होने पर उस क्षेत्र के एसपी, एडिशनल एसपी, क्षेत्राधिकारी और थाना प्रमुखों के नंबर की भी जानकारी देगा। एप में अज्ञात व्यक्ति के ऑप्शन में जाकर गुमशुदा व्यक्ति की फोटो और उसके मिलने का स्थान भरकर क्लिक करने से यह जानकारी संबंधित विभाग को हो जाएगी। साथ ही पुलिस टीम सहायता के लिए पहुंचेगी। ये सुविधाएं मिलेंगी एडीजी तकनीकी आशुतोष पांडेय ने बताया कि एप में चरित्र प्रमाण पत्र आवेदन, घरेलू सहायता सत्यापन, किराएदार सत्यापन, जुलूस, विरोध-प्रदर्शन, हड़ताल इत्यादि के लिए अनुमति, ई-प्राथमिकी पंजीकरण, खोई वस्तु का पंजीकरण, थाने की जानकारी, दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र की जानकारी एवं चेतावनी, वाहन समन्वय, फिल्म शू¨टग, पोस्टमार्टम रिपोर्ट, वरिष्ठ नागरिकों की सूची, सूचनाएं साझा करने की सुविधा, आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर, पुलिस विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की शिकायत, अज्ञात शवों की जानकारी, इनामी अपराधी, गिरफ्तार अभियुक्त, साइबर जागरूकता, गुमशुदा व्यक्तियों की जानकारी।