Positive India:पिता का अंतिम संस्कार कर ड्यूटी पर लौटे दारोगा संसार Amroha News
लॉकडाउन के चलते परिजनों के जिम्मे सौंपे सभी संस्कार। नगर कोतवाली में खुद 24 घंटे कर रहे हैं अपनी ड्यूटी।
अमरोहा,जेएनएन। लॉकडाउन चल रहा है। पुलिसकर्मियों की छुट्टी रद कर दी गई हैं। इतना ही नहीं छुट्टी पर गए पुलिस कर्मियों से गृह जनपद में ड्यूटी करने को कहा गया है। अमरोहा में दारोगा संसार सिंह ऐसे हैं जो छुट्टी मिलने के बावजूद पिता का अंतिम संस्कार के बाद ही ड्यूटी पर लौट आए।
मूल रूप से मुजफ्फरनगर के रहने वाले दारोगा संसार ङ्क्षसह जनपद के रहने वाले हैं। वर्तमान में नगर कोतवाली में तैनात हैं। एक अप्रैल की रात को उनके पिता रघुवीर ङ्क्षसह का देहांत हो गया। पिता के देहांत की सूचना रात में ही मिल गई थी। लिहाजा दो अप्रैल को वह पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन ताडा के सामने पेश हुए तथा उन्हें घटनाक्रम बताया। एसपी ने मानवीय आधार पर सभी संस्कार पूरे करने के लिए उन्हें 14 दिन की छुट्टी दे दी। घर पहुंचे संसार ङ्क्षसह ने दो अप्रैल को पिता का अंतिम संस्कार किया। चार अप्रैल को शनिवार होने के कारण तीजे की रस्म नहीं हुई। संसार ङ्क्षसह ने रविवार पांच अप्रैल को पुलिस लाइन में आमद करा कर ड्यूटी ज्वाइन कर ली। तीजा सोमवार छह अप्रैल को परिजनों ने ही किया और अन्य संस्कार परिजनों के जिम्मे छोड़ आए। विभाग में सभी को पता था कि संसार ङ्क्षसह के पिता का निधन हुआ है। उन्हें पांचवें दिन ही ड्यूटी पर देख कर सब हैरत में पड़ गए। वापस लौटे तो प्रभारी निरीक्षक रङ्क्षवद्र ङ्क्षसह ने पूछा तो संसार ङ्क्षसह ने कहा कि साहब लॉकडाउन है, ऐसे में तेहरवीं व अन्य संस्कार की रस्म अदायगी परिजन कर लेंगे। मुझे अपनी ड्यूटी का संस्कार भी याद है। अब वह नियमित ड्यूटी कर दायित्व निभा रहे हैं। दारोगा संसार ङ्क्षसह का जज्बा अन्य पुलिस कर्मियों को भी प्रेरणा दे रहा है।
संसार ङ्क्षसह 14 दिन के अवकाश पर गए थे परंतु पिता का अंतिम संस्कार कर बीच में ही ड्यूटी पर लौट आना सराहनीय है। वह अपना कर्तव्य निभा रहे हैं। पुलिस कर्मियों को उनसे प्रेरणा लेने की जरूरत है।
रङ्क्षवद्र ङ्क्षसह, प्रभारी निरीक्षक