कृषि विधेयक के विरोध में रामपुर में धरने पर बैठे किसान, प्रदर्शन
पंचायत के बाद सभी नारेबाजी करते जुलूस की शक्ल में कलेक्ट्रेट की ओर चल दिए जिस पर पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकना चाहा। किसान आक्रोशित होकर वहां पर ही धरने पर बैठ गए। पुलिसकर्मियों ने अधिकारियों को सूचना दी।
रामपुर, जेएनएन। भारतीय किसान यूनियन अन्नदाता के कार्यकर्ताओं ने कृषि विधेयक के विरोध में आंबेडकर पार्क के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रदर्शन किया। इस दौरान ज्ञापन देने के लिए कलेक्ट्रेट जाने से रोकने पर किसानों की पुलिसकर्मियों से नोकझोंक भी हुई। इस पर आक्रोशित किसान धरने पर बैठ गए। बाद में नायब तहसीलदार शिव प्रकाश वहां पहुंचे, जिन्हें उन्होंने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
इससे पूर्व पंचायत में संगठन के युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष उस्मान अली पाशा ने कहा कि कोई भी सरकार आ जाए, किसानों के हित की बात कोई करती। मौजूदा सरकार भी बड़े-बड़े प्रलोभन देकर मीठी-मीठी बातें करती है। लेकिन, अंदर ही अंदर किसानों को जमीन में दबाने का प्रयास कर रही है। सरकार चाहती ही नहीं कि देश के किसान उन्नति करें। वह तो बस पूंजीपतियों को बढ़ावा देने में लगी है। हाल ही में तानाशाही रवैया अपनाते हुए सरकार ने किसान विधेयक लागू किया है, जोकि किसानों की बर्बादी का सामान है। इससे किसानों का भला नहीं होने वाला, बल्कि किसानों को गुलाम बनाने की तैयारी की जा रही है। इसे हम लोग सहन नहीं करेंगे। सरकार को इसे वापस लेना ही होगा। जब तक ऐसा नहीं होता किसान चुप नहीं बैठेंगे। पंचायत के बाद सभी नारेबाजी करते जुलूस की शक्ल में कलेक्ट्रेट की ओर चल दिए, जिस पर पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकना चाहा। किसान आक्रोशित होकर वहां पर ही धरने पर बैठ गए। इस पर पुलिसकर्मियों ने अधिकारियों को सूचना दी। तब नायब तहसीलदार शिव प्रकाश को भेजा गया, जिन्होंने उनसे ज्ञापन लिया। प्रदेश प्रचार मंत्री हारून पाशा, जिला अध्यक्ष मुशाहिद हुसैन, शादाब हुसैन पाशा, अरसलान पाशा, बाबू पाशा, रोहित यादव, प्रदीप यादव, इमरान अली, सानू, नवेद खान व साजिद अली आदि उपस्थित रहे।