किसान की हालत पतली, धनाभाव में नहीं कर पा रहे बेटियों की शादी
किसान स्वाभिमान यात्रा के दूसरे दिन त्रिवेणी चीनी मिल पर किसानों ने धरना दिया। इस दौरान पूर्व मंत्री कमाल अख्तर ने भाजपा सरकारों पर जमकर भड़ास निकाली।
मुरादाबाद (जेएनएन)। अमरोहा के हसनपुर में सपा की किसान स्वाभिमान पद यात्रा के दूसरे दिन पूर्व मंत्री कमाल अख्तर ने कहा है कि धरती मां का सीना चीर कर खून पसीना बहाते हुए अन्न पैदा करने वाले अन्नदाता की भाजपा सरकारों की किसान विरोधी नीतियों ने कमर तोड़ दी है।
किसान स्वाभिमान याात्रा में हुए शामिल
त्रिवेणी शुगर मिल चंदनपुर पर हुए धरने में सपा के राष्ट्रीय सचिव पूर्व कैबिनेट मंत्री कमाल अख्तर ने कहा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हसनपुर चीनी मिल की क्षमता दोगुनी करने की घोषणा की थी, परंतु बजट में धनराशि स्वीकृत नहीं की गई है। किसानों का पिछले वर्ष का भुगतान नहीं मिलने से किसान अपनी बेटियों के हाथ पीले नहीं कर पा रहे हैं। बच्चों की फीस जमा करने तथा दीपावली का त्योहार मनाने तक के लिए एक-एक पैसे को मोहताज हो रहे हैं। हालत यह है कि छोटे किसान तो आर्थिक तंगी के चलते भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं।
इस मौके पर सपा छात्र सभा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अतुल प्रधान ने कहा मोदी व योगी सरकार जनता से किए वादों पर खरी नहीं उतरी हैं। भाजपा को वोट देकर जनता अपने आप को ठगा सा महसूस कर रही है। आगामी लोकसभा चुनाव में गठबंधन की आंधी में भाजपा का सफाया हो जाएगा।
गन्ना भुगतान कराने की उठाई मांग
बाद में महामहिम राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन चीनी मिल के उपाध्यक्ष शुगर आमोद कुमार शर्मा को देकर पुराना बकाया भुगतान करने, महंगाई को देखते हुए गन्ना सार्थक मूल्य 450 रुपये क्विंटल घोषित करने, गन्ने की अधिक पैदावार को देखते हुए सर्वे कराकर पर्चियों में बढ़ोत्तरी करने तथा हसनपुर चीनी मिल की क्षमता वृद्धि का पैसा तुरंत जारी कराने की मांग की।
इन नेताओं ने भी रखे विचार
सपा छात्र सभा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष जितेंद्र विद्युड़ी, सयुस जिलाध्यक्ष फैसल अल्वी, मनोज त्यागी, डॉ टीपी ङ्क्षसह, चमन कसाना, ङ्क्षपटू मावी, मोबीन प्रधान, धर्मेंद्र धामा, मियाजान सैफी, अब्दुल चैधरी, राजवीर प्रधान, दीवान ङ्क्षसह, शकील चैधरी, ऋषिपाल ङ्क्षसह, अंशु त्यागी, जाकिर अली, जफर जुरीद, अजयपाल, जोङ्क्षगद्र राणा, विक्की अब्बास, राजपाल ङ्क्षसह, शाहनवाज अंसारी, संदीप गुर्जर, दिग्विजय भाटी, फारूक प्रधान, जाहिद सैफी आदि ने भी विचार प्रकट किए।