Fake Telephone exchange case : नोएडा और बरेली एटीएस की टीम ने खंगाला ओवेश का घर, आरोपितों से हो रही गोपनीय पूछताछ
इंटरनेशनल वाइस काल को सिम बॉक्स के जरिए ट्रांसफर करने के मामले में यूपी एटीएस की टीम ने जांच शुरू कर दी है। इस मामले में आरोपितों से गोपनीय पूछताछ की जा रही है। नोएडा और बरेली यूनिट की आठ सदस्यीय टीम मुरादाबाद में जांच के लिए पहुंची।
मुरादाबाद, जेएनएन। इंटरनेशनल वाइस काल को सिम बॉक्स के जरिए ट्रांसफर करने के मामले में यूपी एटीएस की टीम ने जांच शुरू कर दी है। इस मामले में नोएडा और बरेली यूनिट की आठ सदस्यीय टीम ने साढ़े चार घंटे तक जांच पड़ताल की। इस दौरान एक टीम थाने में जब्त किए गए दस्तावेजों की जांच करती रही, वहीं दूसरी टीम आरोपित ओवेश के घर को खंगालने के लिए पहुंची। एटीएस को इन निजी एक्सचेंज का उपयोग आतंकवादी संगठन स्लीपर सेल के सदस्यों से बात करने के लिए किए जाने का शक है।
नोएडा एटीएस के सीओ अतुल कुमार चार सदस्यीय टीम के साथ मुरादाबाद आए। वहीं बरेली एटीएस यूनिट के निरीक्षक नवनीत कुमार चार सदस्यों के साथ मझोला थाने पहुंचे। दोनों जनपदों की एटीएस टीम के सदस्यों ने आपस में बातचीत करने के बाद जांच शुरू की। इस दौरान नोएडा से आई टीम ने थाने में जब्त किए गए सिम बॉक्स, लैपटॉप, कंप्यूटर के साथ ही उन 186 सिमों की जांच की, जिनका प्रयोग करने स्थानीय लोगों से बात कराई जाती थी। टीम ने प्रत्येक जब्त की गई चीजों का बारीकी से निरीक्षण किया। वहीं, दूसरी टीम ट्रांसपोर्ट नगर स्थित ओवेश के घर के साथ आसपास के लोगों से बातचीत करने के लिए पहुंची। इस मामले की जांच कर रहे मझोला थाने के उप निरीक्षक पंकज कुमार से जांच के संबंध में एटीएस टीम ने बातचीत करने के साथ ही आगे की जांच कैसे की जाएगी, इस संबंध में जानकारी दी। दोनों जनपदों की टीम थाने में जब्त दस्तावेज व आरोपित ओवेश का घर खंगालने के बाद देर रात वापस लौट गईं।
ओवेश के कई साथी पुलिस की रडार में आए
ट्रांसपोर्ट नगर स्थित अपने घर से निजी एक्सचेंज संचालित करने वाले ओवेश इस काम को अकेले अंजाम नहीं दे रहा था। घर में चल रहे दफ्तर से लेकर एक्सचेंज संचालित करने के लिए उसने स्टाफ की नियुक्ति भी कर रखी थी। नोएडा में ओवेश की गिरफ्तारी की सूचना लगते ही मुरादाबाद दफ्तर में काम करने वाले युवक गायब हो गए थे। पुलिस और एटीएस की टीम ओवेश के घर के आसपास लगे सीसीटीवी के फुटेज से उन लोगों की पहचान करना शुरू किया। अभी तक की जांच में चार से पांच लोगों को चिह्नित भी कर लिया गया है। इन आरोपितों से गोपनीय रूप से पूछताछ की जा रही है। हालांकि, इस मामले में पुलिस के अधिकारी कुछ भी स्पष्ट नहीं बता रहे हैं। संदिग्धों की पहचान का दावा जरूर कर रहे हैं।