आरएसएस के नाम की फर्जी पीडीएफ सोशल मीडिया पर वायरल करने वालों के खिलाफ मुकदमा
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ व संघ प्रमुख के नाम व तस्वीर का दुरुपयोग करते हुए अराजक तत्वों ने सोशल मीडिया पर 16 पन्ने की एक फर्जी पीडीएफ वायरल की है।
मुरादाबाद । अराजक तत्व एक बार फिर समाज में जहर घोलने की फिराक में हैं। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ व संघ प्रमुख के नाम व तस्वीर का दुरुपयोग करते हुए अराजक तत्वों ने सोशल मीडिया पर 16 पन्ने की एक फर्जी पीडीएफ वायरल की है। इसे गंभीरता से लेते हुए संगठन के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को पुलिस को तहरीर दी। अज्ञात आरोपितों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग करते सोशल मीडिया प्लेटफार्म से वायरल पीडीएफ हटाने की मांग संगठन ने की है।
महानगर के मझोला थाना क्षेत्र में चाऊ की बस्ती के रहने वाले व आरएसएस के सह महानगर संघचालक देवेश चौहान पुत्र स्व. रोशन सिंह चौहान ने एसएसपी को संबोधित तहरीर लिखी है। उन्होंने बताया है कि वाट्सएप व ट्विटर पर नया भारतीय संविधान- मोहन भागवत के नाम से एक पीडीएफ फाइल डाली गई है। उस पर फोटो लगा है। वायरल पीडीएफ 16 पेज की है। वायरल फाइल उन्होंने पढ़ा। इसके बाद राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पदाधिकारियों से बात की।
पता चला कि वह फाइल राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ द्वारा नहीं तैयार की गई है। न ही सोशल मीडिया पर वह पीडीएफ डाली गई है। फाइल अशोभनीय व राष्ट्र विरोधी बताते हुए उन्होंने इस कृत्य को राष्ट्रीय स्वयं सेवक की छवि खराब करने की कोशिश बताया। उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल पीडीएफ फाइल की मूल प्रति सोशल मीडिया पर डालने व वायरल करने वाले सभी व्यक्तियों के खिलाफ उन्होंने कानूनी कार्रवाई की मांग की।
प्रकरण संज्ञान में हैं।
मझोला पुलिस ने इस मामले में आइटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है। विवेचना क्राइम ब्रांच को सौंपी गई है। जिसने भी यह कृत्य किया है, उसे जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। अमित कुमार आनंद, एसपी सिटी मुरादाबाद।