मोबाइल पर एग्जाम लेकर भेजा फर्जी नियुक्ति पत्र moradad news
नौकरी दिलाने के नाम पर कोई सिक्योरिटी जमा कराने की बात कहे तो समझ लेना धोखा होने वाला है। नौकरी के नाम पर ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह सक्रिय है।
मुरादाबाद । सावधान रहिए, नौकरी दिलाने के नाम पर कोई सिक्योरिटी जमा कराने की बात कहे तो समझ लेना धोखा होने वाला है। नौकरी के नाम पर ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह सक्रिय है। वह बेरोजगार युवाओं को अपने जाल में फंसाकर ठगी कर लेता है।
दो महीने पुरानी बात है। हिमगिरी कालोनी निवासी अक्षिता गौतम अंग्रेजी से एमए हैं लेकिन, बेरोजगार हैं। सोशल मीडिया के जरिए उन्हें एक बेवसाइट की जानकारी हुई। बेवसाइट पर जाकर देखा तो तमाम पदों पर नियुक्तियों के लिए आवेदन मांगे गए थे। इनमें भारतीय खाद्य निगम के ग्राहक सेवा प्रतिनिधि पद के भी पद खाली थे। अक्षिता ने आवेदन पत्र भरा तो मोबाइल पर ऑनलाइन ही उनका एग्जाम हो गया।
गुरुवार को डाक के जरिए अक्षिता के घर भारतीय खाद्य निगम का नियुक्ति पत्र पहुंच गया। अक्षिता बेहद खुश थी, उसने पिता विवेक गौतम को पूरी बताई। इस पर उन्हें शक हुआ। वह नियुक्ति पत्र लेकर एफसीआइ के दफ्तर पहुंच गए। वहां उन्होंने बेटी के नाम से आया नियुक्ति पत्र दिखाया तो जिम्मेदार अधिकारी कहने लगे यह सब फर्जी है। इस साल में आप चौथे व्यक्ति हैं, जो फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर दफ्तर आए हैं। इनके चक्कर में पडऩे की जरूरत नहीं है। इस तरह एफसीआइ में कोई नियुक्ति नहीं होती है। नौकरी के लिए सामूहिक परीक्षा कराई जाती है।
विवेक गौतम ने घर पहुंचकर अक्षिता को सारी बात बताई और कह दिया बेटी यह सब ठगों की हरकत है। अच्छा यह हुआ कि बच गए।
कहा था 45 दिन ट्रेनिंग होगी
नौकरी के नाम पर ठगी का धंधा करने वाले लोग बेहद शातिर हैं। उन्होंने अक्षिता को बताया कि 45 दिन आपकी ट्रेनिंग होनी है। इसके बाद परमानेंट नियुक्ति पत्र मिलेगा। नियुक्ति पत्र में 25,800 रुपये वेतन फिक्स दिखाया गया था। डायरेक्टर राजेंद्र शर्मा की तरफ से ठगों ने 35 वर्ष की नौकरी के लिए नियुक्ति पत्र दिया है।
24 घंटे के अंदर मांगे थे 8500 हजार
नियुक्ति पत्र में सिक्योरिटी राशि के तौर पर ठगों ने 8500 रुपये की मांग की थी। कहा कि नियुक्ति पत्र मिलने के 24 घंटे के अंदर यह राशि आवेदक को जमा करनी होगी। इसके बाद हमारे प्रतिनिधि आपके पास मोबाइल और लैपटॉप लेकर पहुंचेंगे। उन्हें आपको धनराशि जमा करने की रसीद सौंपनी होगी।
साइबर अपराधियों से सावधान रहें
नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह सक्रिय हैं। उन्होंने सरकारी विभागों के नाम से फर्जी साइटें बना रखी हैं। इसकी वजह से बेरोजगार ठगी के शिकार हो जाते हैं। साइबर अपराधी सक्रिय हैं। नौकरी की बात आए तो पहले पूरी तरह से छानबीन कर लें। किसी को पैसा न दें। पैसे से कोई नौकरी नहीं मिलती। आपकी जरा सी चूक नुकसान पहुंचा सकती है।
अमित पाठक, एसएसपी।
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