नाकाम पुलिस : डकैती का सुराग नहीं मिला तो अफसरों को किया गुमराह
मुरादाबाद के नागफनी थाना क्षेत्र में कारोबारी के घर हुई डकैती और छजलैट में युवती की दुष्कर्म के बाद हत्या जैसी संगीन वारदातों का पर्दाफाश करने में पुलिस विफल रही है।
मुरादाबाद, जेएनएन। किसरौल में पीतल कारोबारी के घर डकैती में थाना प्रभारी ने अफसरों को भी गुमराह करना शुरू कर दिया है। हर रोज दो दिन में पर्दाफाश का भरोसा दिया जाता है, जबकि अभी तक पुलिस के पास ऐसा कोई क्लू नहीं है, जिससे पर्दाफाश किया जा सकें। 23 नवंबर को नागफनी के किसरौल में पीतल कारोबारी हाजी यासीन के घर चालीस लाख की डकैती डाली गई थी। वारदात के बाद ही पर्दाफाश के लिए कटघर के एसआइ दिनेश शर्मा को चार्ज दिया था, जो दो सप्ताह से अधिक समय बीतने के बाद भी पर्दाफाश करने में नाकाम साबित हो रहे है।
पीड़ित परिवार में बिटिया की शादी टूटी
डकैती के बाद कारोबारी यासीन का परिवार टूट चुका है। नवासी इरम की शादी भी पीछे हटा दी गई है। तैनाती के बाद से ही दिनेश शर्मा अफसरों को दो दिनों में पर्दाफाश का भरोसा दे रहे है, जबकि अभी तक ऐसा कोई तथ्य उन्हें नहीं मिल पाया है, जिससे बदमाशों तक पहुंचा जा सकें। उससे भी अहम बात यह है कि बदमाश आर्टिफिशियल ज्वेलरी थाने के सामने मस्जिद में रखकर फरार हो चुके है। तब भी बदमाशों को अभी पकड़ा नहीं जा सका। सीओ से लेकर आइजी तक लगाकर दो दिनों में पर्दाफाश का भरोसा दिलाया जा रहा है। थाना प्रभारी दिनेश शर्मा दावा कर रहे है कि उन्हें लाइन मिल गई है। उसके आधार पर दो दिनों में पर्दाफाश कर दिया जाएगा। सीओ गजराज सिंह का कहना है कि अभी थाना प्रभारी हवा में तीर चला रहे है। उनके पास कोई ऐसा क्लू नहीं है, जिससे बदमाशों तक पहुंचा जा सकें।
आरती हत्याकांड का सुराग भी नहीं मिला
छजलैट थाना क्षेत्र के ग्राम विलायत नगर के चर्चित आरती हत्याकांड में पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल सका है।
छजलैट थाना क्षेत्र के विलायत नगर निवासी हरिशचंद्र की पुत्री आरती दोपहर को खाना लेकर खेत पर गई थी। इसके बाद वह घर नहीं आई। पुलिस को लड़की के गुम होने की खबर भी दी गई है। अगले दिन युवती की चप्पल व बर्तन गन्ने के खेत में पड़े हुए मिले थे। छानबीन करने पर युवती का शव गन्ने के खेत में मिट्टी में दबा पड़ा मिला। उसकी हत्या गला घोंट कर की गई थी। उसके साथ दुष्कर्म भी किया गया था। अफसरों ने जायजा लेने के साथ फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य एकत्र किए थे। पिता हरिश्चंद्र ने बताया कि पुलिस थाने तक ही सीमित होकर रह गई है। वह मामले को गंभीरता से लेती है तो खुलासा हो गया होता।थाना प्रभारी रामसेवक ने बताया कि आरती के हत्यारों का पता लगाने के लिए टीम बना दी है।