हाथियों को खदेडऩे के लिए बेंगलुरु से बुलाई एक्सपर्ट टीम Rampur News
हाथियों को खदेडऩे के लिए असम लखनऊ लखीमपुर से टीम आई हैं जबकि बेंगलुरु से एक्सपर्ट टीम आने वाली है।
By Narendra KumarEdited By: Published: Sun, 07 Jul 2019 10:57 PM (IST)Updated: Mon, 08 Jul 2019 02:25 PM (IST)
रामपुर, जेएनएन : नेपाल से भारत आए दो हाथी रामपुर-बरेली की सीमा के गांव सुकरी में पहुंच गए हैं। दोनों हाथियों को खदेडऩे के लिए असम, लखनऊ, लखीमपुर से टीम आई हैं, जबकि बेंगलुरु से एक्सपर्ट टीम आने वाली है। डीएफओ एके कश्यप ने बताया कि दोनों जंगली हाथी बरेली के गांव सुकरी में पहुंच गए। हाथियों को खदेडऩे के लिए असम से केके शर्मा के नेतृत्व में टीम पहुंचने के साथ ही उत्तराखंड, लखनऊ, लखीमपुर से टीमें आ गई। हाथियों को बेंगलुरु से एक्सपर्ट की टीम आने वाली है। उन्होंने बताया कि दुधवा नेशनल पार्क से चार ट्रेंड हाथियों को बुलाने को लेकर विचार चल रहा है। हाथी झुंड में रहने वाले प्राणी है। झुंड बनवाकर दोनों जंगली हाथियों को रामपुर-बरेली की सीमा से ले जाएंगे। ट्रेंड हाथी महावतों के इशारे पर उन्हें देश के वन क्षेत्र से बाहर ले जाएंगे। गांव में मुरादाबाद के वन संरक्षक सुरेश कुमार यादव, बरेली के डीएफओ, वन कर्मचारियों समेत पुलिस मौजूद है। जंगली हाथियों के हमले से गांव तिगड़ी में वनरक्षक हेमंत कुमार एवं क्षेत्र के गांव बारादरी में बिहार के छपर्रा निवासी बैजनाथ की मौत हो गई थी। साथ ही गांव बारादरी में लखविन्द्र सिंह लक्खा एवं गांव मानपुर ओझा निवासी रंजन वाला गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिनका इलाज चल रहा है। ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है कि हाथी दोबारा न आ जाएं, जिसके चलते ग्रामीण अकेले खेतों पर जाने से डर रहे हैं।
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