न्याय में देरी से टूट रही बेटियों की उम्मीद की डोर Moradabad News
सैकड़ों पीडि़त और उनके परिजन आज भी न्याय की उम्मीद में इधर से उधर भटक रहे हैं। उनकी कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है।
मुरादाबाद,जेएनएन। पॉक्सो एक्ट के तहत जिन नाबालिग बेटियों ने वर्षों पहले पुलिस की जीडी पर अपना दर्द दर्ज कराया, उनमें से सैकड़ों पीडि़त और उनके परिजन आज भी इंसाफ से वंचित हैं। कोर्ट व कचहरी के चक्कर काटना पीडि़तों व उनके परिजनों की नियति बन गई है। न्याय मिलने में देरी से पीडि़ताओं के भीतर अवसाद व हताशा के भाव घर कर रहे हैं। इंसाफ की पथरीली राह को समय रहते यदि सुगम नहीं बनाया गया, तो पीडि़त बेटियों की उम्मीदों की डोर टूट जाएगी। पीडि़ताओं की वेदना महसूस करने व उन्हें समयबद्ध न्याय दिलाने की प्रतिबद्धता का निर्वहन उन सभी कडिय़ों को करना होगा, जिनके कंधे पर उम्मीदों का बड़ा भार है।
मुरादाबाद की पॉक्सो कोर्ट में लंबित मुकदमे
2013 - 08
2014 - 41
2015 - 74
2016 - 140
2017 - 184
2018 - 206
2019 - 188
मंडल में तीन वर्ष में दर्ज मुकदमों की संख्या
जिला 2017 2018 2019
मुरादाबाद 127 121 128
रामपुर 61 45 71
बिजनौर 45 113 114
अमरोहा 28 35 35
सम्भल 57 79 72
कुल 318 393 420
पॉक्सो एक्ट के कितने मामलों में हुई सजा
जिला 2017 2018 2019
मुरादाबाद 01 04 16
रामपुर 00 02 05
बिजनौर 04 02 08
अमरोहा 02 01 10
सम्भल 00 01 11
कुल 07 10 50
रामपुर कोर्ट ने पेश की नजीर
पॉक्सो एक्ट के मुकदमे के संवेदनशील निस्तारण व दोषी को फांसी की सजा देकर रामपुर की पॉक्सो कोर्ट ने बड़ी मिसाल पेश की है। रामपुर कोर्ट का अनुसरण करके ही नाबालिग व दुष्कर्म पीडि़ताओं की आंखों के आंसुओं को पोछा जा सकता है।