पूर्व मुख्यमंत्री जगदंबिका पाल के बयान से बढ़ गईं लोगों की धड़कनें, जानिए ऐसा क्या कहा Moradabad news
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगदंबिका पाल ने कहा कि केंद्र सरकार देश की सीमाओं को मजबूत करने के साथ ही आंतरिक मजबूती भी प्रदान करने का काम कर रही है।
मुरादाबाद : डुमरिया गंज के सांसद और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगदंबिका पाल ने कहा कि केंद्र सरकार देश की सीमाओं को मजबूत करने के साथ ही आंतरिक मजबूती भी प्रदान करने का काम कर रही है। असम में एनआरसी लागू करने के बाद पश्चिम बंगाल में भी इसे लाने की बात चल रही है। इसे उत्तर प्रदेश में लागू किया जाना चाहिए। गृह मंत्री पहले से ही इस बात को कह चुके हैं कि भारतीय भू-भाग और परिसंपत्ति पर केवल देश के नागरिकों का हक होगा। देश के अंदर एक भी घुसपैठिया नहीं रहेगा। जो एनआरसी का विरोध कर रहे हैं, उनका हश्र कांग्रेस की तरह होगा। चाहे वह ममता बनर्जी हो या कोई अन्य नेता।
शाही दशहरा समारोह में शामिल हुए थे पूर्व मुख्यमंत्री
सांसद बुधवार को बिलारी के राजा का सहसपुर में शाही दशहरा समारोह में शामिल होने आए थे। इसके बाद दैनिक जागरण कार्यालय पहुंचे और अपनी बात रखी। कहा कि देश को कड़े फैसले लेने वाला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिला। उन्होंने वह कर दिखाया है जिसके लिए जनता सालों से इंतजार कर रही थी। अब नए भारत का निर्माण हो रहा है। भारत को ओडीएफ घोषित किए जाने में जल्दबाजी के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं भी यह बात मानता हूं कि भारत अभी पूरी तरह से खुले में शौच मुक्त नहीं हुआ है।
अभी घरों में बनाए जाएंगे शौचालय
अभी बड़ी संख्या में घरों में शौचालय नहीं है लेकिन, ऐसा नहीं है कि उनके यहां शौचालय नहीं बनेंगे। भारत सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है। ओडीएफ 2012 की बेस के आधार पर घोषित किया है। अब जो घर रह गए हैं, वहां जल्द शौचालय बनाकर दिए जाएंगे।
योगी सरकार में हो रहा है तेजी से विकास
उत्तर प्रदेश के विकास पर बोले, ढाई साल के कार्यकाल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने प्रदेश का तेजी से विकास किया है। माहौल बदल गया है, यहां अब कानून का राज है। कभी किसी ने सोचा था कि गरीबों की जमीन पर कब्जा करने वाले आजम खां पर मुकदमे दर्ज होंगे। उनके जेल जाने के सवाल पर कहा कि इसमें सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं है। कानून अपना काम रहा है, कानून के दायरे से वह बाहर नहीं है, अपने कर्मों की सजा भुगतेंगे।
अब संघर्ष के नहीं टवीट के नेता
पूर्व मुख्यमंत्री ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा और बसपा सुप्रीमो मायावती पर भी निशाना साधा। कहा कि अखिलेश यादव, प्रियंका वाड्रा अब संघर्ष के लिए नहीं, बल्कि ट्वीट से सुर्खियों में आते हैं।
राहुल ने माना कि वह नहीं कर सकते नेतृत्व
राहुल गांधी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोडऩे के सवाल पर सांसद ने कहा कि पहले तो इस पद को स्वीकार करने में उन्होंने सालों लगा दिए। अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी को दिशा नहीं दिखा सके। 2019 के चुनाव के बाद उन्होंने मान लिया कि वे पार्टी का नेतृत्व नहीं करते। अब भी वे लगातार गलतियां कर रहे हैं। इसका खामियाजा पार्टी को उठाना पड़ रहा है। संविधान से अनुच्छेद 370 और 35ए हटाए जाने के बाद से राहुल गांधी वही भाषा बोल रहे हैं जो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान बोलते हैं। भारत आ रहे चीन के राष्ट्रपति ने भी आने से पहले ही कश्मीर मुद्दे को दो देशों का मामला बताकर पाकिस्तान का साथ नहीं देने के संदेश दे दिया है। यह हमारी कूटनीतिक जीत है।