Move to Jagran APP

Goods Train Derailment Case में इंजीनियरिंग विभाग को पटरी से छेड़खानी की आशंका

Goods Train Derailment Case रामपुर के शहजाद नगर रेलवे स्टेशन के नजदीक शुक्रवार रात हुई ट्रेन दुर्घटना के कारण रेलवे के विभाग की बंट गए हैं। प्रथमदृष्टया रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने दुर्घटना का कारण पहिए में खराबी को माना था।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Tue, 05 Jul 2022 02:30 PM (IST)Updated: Tue, 05 Jul 2022 02:30 PM (IST)
Goods Train Derailment Case में इंजीनियरिंग विभाग को पटरी से छेड़खानी की आशंका
Goods Train Derailment Case : एसपी जीआरपी ने निरीक्षण के बाद कहा नहीं मिले नट बोल्ट खुलने के प्रमाण

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। Goods Train Derailment Case : रामपुर के शहजाद नगर रेलवे स्टेशन के नजदीक शुक्रवार रात हुई ट्रेन दुर्घटना के कारण रेलवे के विभाग की बंट गए हैं। प्रथमदृष्टया रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने दुर्घटना का कारण पहिए में खराबी को माना था। वहीं, इंजीनियरिंग विभाग ने अराजक तत्वों द्वारा पटरी से छेड़छाड़ करते हुए नट बोल्ट खोलने का दावा किया है। इस दावे के विरोध में आरपीएफ के अधिकारी भी उतर आए हैं।

loksabha election banner

इसके बाद पुलिस अधीक्षक रेलवेज अपर्णा गुप्ता ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। उनके आदेश पर जीआरपी रामपुर में मुकदमा दर्ज कर लिया है। मालगाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद रेलवे अधिकारियों ने निरीक्षण के बाद दुर्घटना का कारण पहिए में खराबी (हाट एक्सल) होना बताया था। रेलवे इसके आधार पर दुर्घटना के लिए यांत्रिक विभाग की गलती मान रहा है। वहीं, यांत्रिक विभाग के अधिकारियों ने भी अपने बचाव में पटरी से छेड़छाड़ किए जाने की बात कही है।

इंजीनियरिंग विभाग की ओर से घटनास्थल से पहले यार्ड के अंत में दो लाइन को जोड़ने वाले स्थान से असामाजिक तत्वों द्वारा नट बोल्ट खोले जाने का दावा करते हुए जीआरपी को तहरीर दी है। इसके बाद रेलवे के अन्य विभागों ने भी चुप्पी साध ली। वहीं, आरपीएफ ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। आरपीएफ का दावा है कि जहां नट बोल्ट खुलने की बात कही जा रही है, वहां दो जवान तैनात थे। इसके बाद रेलवे एसपी रेल रविवार को घटनास्थल का निरीक्षण किया।

एसपी रेल अपर्णा गुप्ता ने बताया कि नट बोल्ट खोले जाने की तहरीर मिलने के बाद शहजाद नगर स्टेशन व घटनास्थल का निरीक्षण किया था। आरपीएफ के रिकार्ड के अनुसार जहां नट बोल्ट खोले जाने की बात कही जा रही है, वहां दो जवान तैनात थे, ऐसे में पटरी से छेड़छाड़ की संभावना नहीं है। दूसरा वहां नट बोल्ट खोले जाने का कोई निशान नहीं मिले। इस कारण से आरपीएफ ने इस मामले पर कार्रवाई करने से इन्कार कर दिया है।

दुर्घटनाग्रस्त बोगी व उसका पहिया देखने से लगता है कि दुर्घटना तकनीकी फाल्ट से हुई है। इस घटना की जांच कराने के लिए जीआरपी रामपुर में मुकदमा दर्ज कराया गया है। मालगाड़ी दुर्घटना की जीआरपी अपने स्तर से जांच करेगी। जांच में असामाजिक तत्वों का हाथ होने पर जीआरपी कार्रवाई करेगा, रेलवे की फाल्ट होने पर जांच रिपोर्ट रेलवे को सौंप दी जाएगी। वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त मनोज कुमार ने कहा कि इस प्रकरण की जांच चल रही है। जो कुछ होगा वह जांच में आएगा। अभी इस कुछ भी कहना जल्दबाजी है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.