Rampur में फैलने लगा दिमागी बुखार, दो की हो चुकी है मौत, डीएम ने दिए दवा छिड़काव और सफाई के निर्देश
Encephalitis Spreading in UP रामपुर जिले में मलेरिया और डेंगू के बाद जैपेनीज इंसेफेलाइटिस (दिमागी या जापानी बुखार) भी फैलने लगा है। दिमागी बुखार से दो लोगों की मृत्यु होने से स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई है। प्रशासन भी इसे लेकर सतर्क हो गया है।
जागरण संवाददाता, रामपुर। Encephalitis Spreading in UP : रामपुर जिले में मलेरिया और डेंगू के बाद जैपेनीज इंसेफेलाइटिस (दिमागी या जापानी बुखार) भी फैलने लगा है। दिमागी बुखार से दो लोगों की मृत्यु होने से स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई है। प्रशासन भी इसे लेकर सतर्क हो गया है।
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ के निर्देश पर मंगलवार को अधिकारी गांवों की ओर दौड़ पड़े। जिन गांवों में बुखार से मृत्यु हुई है, वहां ग्रामीणों से जानकारी की। इन गांवों में साफ-सफाई और मच्छररोधी दवा का छिड़काव कराया गया। वर्षा के मौसम में मच्छरों के काटने से होने वाली बीमारियां तेज़ी से फैलती हैं।
जिले में अभी तक डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया ही फैल रहा था। अब जापानी बुखार ने भी दस्तक दे दी है। इसके चार मरीज मिल चुके हैं। इनमें दो मरीज बिलासपुर के ग्राम कनकपुर निवासी शिव दयाल की आठ साल की बेटी बाबी और कल्याणपुर गांव निवासी विष्णु हैं। दोनों की हालत खराब होने पर स्वजन उन्हें रामपुर से बाहर हायर सेंटर ले गए हैं।
इसके अलावा दिमागी बुखार से दो की मृत्यु हाे चुकी है। इनमें स्वार के गद्दीनगली गांव निवासी बुजुर्ग मोहन लाल और मिलक कोतवाली के ग्राम हरदासपुर गांव निवासी सात वर्षीय बालक शामिल हैं। इनकी मृत्यु के बाद मुख्य विकास अधिकारी नंद किशोर कलाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एसपी सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी पंकज द्विवेदी आदि अधिकारी ने इन गांवों में भ्रमण किया।
स्वार क्षेत्र के गद्दीनगली गांव निवासी 80 वर्षीय मोहन लाल को 22 अगस्त में बुखार आया था। स्वजन ने स्थानीय चिकित्सक से दवा दिला दी। सुधार न होने पर उत्तराखंड के बाजपुर और काशीपुर के चिकित्सकों को दिखाया गया। वहां भी आराम नहीं मिला तो पहली सितंबर को हल्द्वानी स्थित सुशीला तिवारी अस्पताल ले गए।
यहां उनके खून की जांच कराई गईं। जांच रिपोर्ट आने से पहले ही उनकी मृत्यु हो गई। सोमवार को जांच रिपोर्ट जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को मिली तो हड़कंप मच गया। रिपोर्ट में दिमागी बुखार की पुष्टि हुई। इस पर मंगलवार को मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला मलेरिया अधिकारी गांव पहुंच गए। मृतक के स्वजन और ग्रामीणों से बात की। सीएचसी से आई टीम ने गांव में बुखार पीड़ितों के खून की जांच की।
अधिकारियों ने ग्राम पंचायत स्तर से साफ सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए। साथ ही मच्छर मारने के लिए दवा का छिड़काव भी कराया। इस दौरान सीएचसी अधीक्षक डा. अजीम अहमद, बीडीओ प्रभा शंकर चौबे, एडीएओ पंचायत समेत अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी तथा प्रधान प्रतिनिधि शाहनवाज खां भी रहे।
बिलासपुर के ग्राम कंचनपुर में भी सीएचसी अधीक्षक डा. अजीज हसन टीम के साथ पहुंचे। यहां शिव दयाल के घर पर कोई नहीं मिला। उनकी बेटी बाबी दिमागी बुखार से पीड़ित है, जिसका इलाज ऋषिकेश एम्स में चल रहा है। घर में परिवार का कोई सदस्य नहीं मिलने पर चिकित्सा अधीक्षक ने आसपास के ग्रामीणों से जानकारी की।
उन्होंने बताया कि गांव में बुधवार को हेल्थ कैंप लगाया जाएगा, जिसमें ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी। उन्होंने ग्राम प्रधान को गांव में साफ-सफाई कराने तथा दवा का छिड़काव कराने को कहा है।