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देहरादून-हरिद्वार रेल मार्ग पर तीन दिन पहले मालगाड़ी से कट गया था हाथी, जानें उस समय मालगाड़ी की क्या थी स्पीड

Elephant cut by goods train देहरादून रेल मार्ग पर शुक्रवार की रात मालगाड़ी से हाथी कट गया था। इसके चलते चार घंटे तक हरिद्वार-देहरादून रेल मार्ग पर यातायात बंद रहा था। हादसे के समय मालगाड़ी की गति 35 किलो मीटर प्रति घंटेे की थी।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Sun, 28 Nov 2021 04:40 PM (IST)Updated: Sun, 28 Nov 2021 04:40 PM (IST)
देहरादून-हरिद्वार रेल मार्ग पर तीन दिन पहले मालगाड़ी से कट गया था हाथी, जानें उस समय मालगाड़ी की क्या थी स्पीड
देहरादून-हरिद्वार मार्ग पर चार घंटे रेल यातायात रहा था बंद। प्रतिकात्मक फोटो

मुरादाबाद, जेएनएन। Elephant cut by goods train : देहरादून रेल मार्ग पर शुक्रवार की रात मालगाड़ी से हाथी कट गया था। इसके चलते चार घंटे तक हरिद्वार-देहरादून रेल मार्ग पर यातायात बंद रहा था। हादसे के समय मालगाड़ी की गति 35 किलो मीटर प्रति घंटेे की थी। रेलवे की संयुक्त जांच टीम को मामले में मालगाड़ी के चालक की कोई गलती नहीं मिली है। टीम ने घटना की जांच करके रिपोर्ट मुख्यालय को सौंप दी है।

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शुक्रवार रात 1.35 बजे हरिद्वार से देहरादून मालगाड़ी जा रही थी। रायवाला स्टेशन के पास रेललाइन पर अचानक हाथियों का झुंड पहुंच गया। मालगाड़ी की टक्कर से एक हाथी कट गया। एक हाथी कट गया। हालांकि गति धीमी होने की वजह से मालगाड़ी सुरक्षित निकल गई थी। ट्रेन चालक की सूचना पर हरिद्वार देहरादून के बीच रेल यातायात बंद कर दिया गया था। हादसे की जानकारी मिलते ही वन विभाग, रेलवे और राजाजी नेशनल पार्क की टीम मौके पर पहुंच गई थी। घटना स्थल का निरीक्षण करने के बाद जेसीबी मशीन से हाथी के कटे हुए शरीर को रेल लाइन से हटाया गया और शनिवार सुबह पांच बजे ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया गया।

घटना के बाद रेल प्रशासन ने मालगाड़ी के चालक के देहरादून ने बयान दर्ज किए। इसके साथ ही सुपरवाइजर स्तर पर संयुक्त टीम से जांच कराई गई। जिसकी जांच रिपोर्ट मंडल रेल प्रशासन को सौंप दी गई है। जांच में पाया गया कि घटना के समय मालगाड़ी की गति 35 किलो मीटर प्रतिघंटा थी। हाथी का रंग काला होने व रात होने के कारण चालक को दूर से हाथी नहीं दिखायी दिया। मालगाड़ी के काफी नजदीक आने पर चालक को रेललाइन पर हाथी का झुड़ दिखायी दिया। चालक इसके पहले से लगातार सीटी बजाते हुए चल रहा था।

एकाएक ब्रेक लगाने से मालगाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो सकती थी। इसलिए चालक ने एकाएक ब्रेक नहींं लगाया। सहायक वाणिज्य प्रबंधक पीएस बघेल ने बताया कि मालगाड़ी से हाथी कटना एक दुर्घटना है। हाथी के बचाव के लिए वन विभाग व राजजी नेशनल पार्क की गाइडलाइन के तहत ट्रेनों को दिन में 50 और रात में 35 किलोमीटर प्रतिघंटेे की रफ्तार से चलाया जाता है।


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