Office turned Callcenter:बिजली विभाग के दफ्तर बने कॉल सेंटर,समस्याओं के समाधान के लिए हुई पहल Moradabad News
बिजली कटौती से लोग हुए पसीना-पसीना। बिजली विभाग ने समस्याओं के समाधान और राजस्व वसूली के लिए प्रारंभ की पहल।
मुरादाबाद,जेएनएन। हेलो, बिजली की सप्लाई ठीक मिल रही है। कोई दिक्कत तो नहीं है। इसके बाद के अल्फाज हैं, भाई बिजली बिल का भुगतान कर दो। अगर ऐसा नहीं किया तो कनेक्शन कट जाएगा और फाइन भी चुकाना पड़ सकता है। इस तरह की सूचनाओं के प्रसारण को बिजली विभाग के दफ्तर कॉल सेंटर बन गए हैं। यानी की विभाग की ओर से लाइनमैन से लेकर जेई तक को इस बात की जिम्मेदारी दे दी गई है कि सभी मिलकर उपभोक्ताओं से बकाया भुगतान कराने का प्रयास करें। इसके लिए फोन करें और उनकी शिकायत सुनने के बाद उनकी समस्याओं का समाधान भी कराएं। सूत्रों का कहना है कि कोरोना कॉल के बकाया भुगतान को लेकर विभाग काफी संजीदगी के साथ ग्राहकों से बकाया की मांग कर रहा है। फोन कॉल से भुगतान का प्रयास किया जा रहा है।
बिल भुगतान को लेकर विभाग ने कई प्रयास किए हैं। बिल को लेकर शिकायतों का हर स्तर पर निस्तारण कराया जा रहा है। बिजली घरों से भुगतान के लिए फोन भी कराए जा रहे हैं। -
दीपक कुमार, अधीक्षण अभियंता, नगरीय विद्युत वितरण खंड।
बिजली कटौती से परेशान रहे लोग
गर्मी में बिजली संकट ने शहरियों में विभाग के प्रति गुस्सा भर दिया है। पसीना और मच्छरों के प्रकोप से जूझने वाले लोगों की नींद गायब हो गई है। शिकायत के बाद भी अफसर समस्या सुनने को तैयार नहीं हैं। दिल्ली रोड स्थित 11 केवीए ट्रांसमिशन की खराबी से आवास विकास, खुशहालपुर, बुद्धिविहार के लोग रातभर परेशान रहे। जबकि आशियाना फेज टू, दीनदयाल नगर, रामगंगा विहार और टीपी नगर में बिजली को लेकर दिन भर हंगामा होता रहा। आशियाना इलाके में छह घंटे से अधिक देर तक लोग परेशान रहे। लाइनपार क्षेत्र में बिजली संकट से पानी की दिक्कत रही।