बिजली बिल ने बढ़ायी उपभोक्ताओं के दिलों की धड़कन
बिजली बिल ने बढ़ायी उपभोक्ताओं के दिलों की धड़कन।
मुरादाबाद, जेएनएन। बिजली बिल ने शहरी उपभोक्ताओं की धड़कन बढ़ा दी है, जिसका असर ऑनलाइन भुगतान पर भी पड़ा है। ग्राहक मीटर रीडर,जेई से शिकायत दर्ज करा रहे हैं। बहुत लोग इस दिक्कत को लेकर बिजली घर तक दौड़ रहे हैं। सबकी शिकायत है कि उनका बिल अधिक आया है। बिजली काउंटरों पर इस बात को लेकर रोजाना हंगामा हो रहा है।
शहरी क्षेत्र में 1.10 लाख घरेलू बिजली कनेक्शन हैं। कुल 1.60 लाख बिजली उपभोक्ता हैं। घरेलू उपभोक्ताओं के नाम दो किलोवाट से लेकर पांच किलोवाट तक का लोड है। विभाग ने हर कनेक्शन के फिक्स मीटर चार्ज अलग रखे और बिजली की दर यूनिट के हिसाब से है। लगभग 50 हजार उपभोक्ता औद्योगिक और वाणिज्यिक श्रेणी के हैं। इधर, ग्राहक लॉकडाउन में बिजली बिल में छूट की उम्मीद पाले थे। एकमुश्त दो महीने के बिजली बिल को लेकर उपभोक्ता विभाग से खफा है। सुनिए क्या कहते हैं उपभोक्ता :
बुद्धि विहार के रहने वाले राजीव पाडेय कहते हैं कि लॉकडाउन में परेशान आदमी को बिजली विभाग ने जोर का झटका दिया है। बिल देखकर दिमाग चकरा जा रहा है। लाइनपार के राहुल यादव कहते हैं कि लोगों को उम्मीद थी कि सरकार बिजली बिल में कुछ राहत देगी। राहत की बात तो बात दूर विभाग ने लंबा चौड़ा बिल भेज दिया है। गुलाबबाड़ी के राजू भगत करते हैं कि बिजली कटौती जारी है और बिल है धड़कन बढ़ाने वाला। सामाजिक कार्यकर्ता रंजीत कौर, संगीता अग्रवाल और हबीब फुरकान कहते हैं कि सब का बिजली बिल कुछ न कुछ गड़बड़ है। कहीं फिक्स चार्ज में दिक्कत है तो कहीं यूनिट्स सही तरीके से काउंट नहीं हुई है। विभाग का तर्क :
उधर, सिटी सíकल के एक्सईएन अशोक कुमार इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हैं। एक्सईएन का तर्क है कि इस बार एक साथ दो या सवा दो महीने का बिल भेजा गया है। बिजली बिल में कोई गड़बड़ी नहीं है। लोगों ने लॉकडाउन में बिजली का खूब उपयोग किया है, इस वजह से अधिक यूनिट खर्च हुए हैं। रीडिंग में कोई शिकायत सही नहीं है।