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उत्तर प्रदेश की आठ नदियों को मिलेगा नया जीवन, गिरता जलस्तर सुधारने पर होगा काम

उत्तर प्रदेश में जल संकट को खत्म करने के लिए आठ नदियों को पुनर्जीवित किया जाएगा। इनको जीवंत करने के लिए पानी छोडऩे के साथ ही खोदाई की जाएगी।

By Nawal MishraEdited By: Published: Fri, 04 May 2018 05:34 PM (IST)Updated: Fri, 04 May 2018 09:33 PM (IST)
उत्तर प्रदेश की आठ नदियों को मिलेगा नया जीवन, गिरता जलस्तर सुधारने पर होगा काम
उत्तर प्रदेश की आठ नदियों को मिलेगा नया जीवन, गिरता जलस्तर सुधारने पर होगा काम

मुरादाबाद (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश में जल संकट को खत्म करने के लिए आठ नदियों को पुनर्जीवित किया जाएगा। इनको जीवंत करने के लिए पानी छोडऩे के साथ ही खोदाई की जाएगी। इन नदियों के जीवंत होने से जल संकट खत्म होने के साथ ही बाढ़ की समस्या का भी निदान हो जाएगा। इसके साथ ही मध्य गंगा नहर, सरयू नगर, बाढ़ सागर विध्यांचल और बुंदेलखंड की अर्जुन सहायक परियोजना के लिए केंद्र सरकार ने धन आवंटित कर दिया है। सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह के मुताबिक नदियों को जीवंत करने के लिए किसानों से जमीनें भी खरीदी जाएंगी और बंधा बनाने का काम किया जाएगा।

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इन नदियों को मिलेगा जीवन

  • वरुणा
  • आमी
  • गोमती
  • मनोरमा
  • तमसा
  • सई
  • अरिल
  • सोथ

 मध्य गंगा नहर को लेकर बैठक 

सिंचाई मंत्री ने दिल्ली से बरेली जाते समय मुरादाबाद में कहा कि विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक करने के साथ मीडिया से भी बात की। कहा कि सूबे में गिरते हुए जल स्तर को सुधारने के लिए केंद्र और राज्य सरकार मिलकर कई परियोजनाओं पर काम कर रहीं है। दिल्ली में केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय की ओर से मध्य गंगा नहर परियोजना को लेकर बैठक बुलाई गई थी। 25 साल पुरानी इस योजना के लिए पूर्व की सरकारों ने कोई काम नहीं किया। हमारी सरकार इस योजना के साथ ही तीन महत्वपूर्ण योजनाओं पर काम करना शुरू कर दिया है। अभी गोमती नदी पर काम चालू कर दिया गया है। 

सर्किल रेट से चार गुना दाम पर जमीन खरीद

मंत्री ने कहा कि किसानों से सर्किल रेट से चार गुना दाम पर विभाग जमीन की खरीद करेगा। मंत्री ने कहा कि गोमती नदी को जीवंत करने में आम नागरिक श्रमदान कर रहे हैं। शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों के सभी तालाबों को आगामी 15 मई तक भरने का आदेश सिंचाई विभाग को दिया गया है। एएमयू प्रकरण पर कुछ भी नहीं बोले।  


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