नवाब खानदान के हथियारों के जखीरे में है आठ फीट लंबी बंदूक, एक साथ निकलते थे हजारों छर्रे Rampur news
नवाब खानदान की बेशकीमती संपत्ति का सर्वे और सत्यापन आज कोठी खासबाग में बने स्ट्रांग रूम को खोलकर किया जा रहा है। इस स्ट्रांग रूम को पहले भी खोलने का प्रयास किया गया था।
रामपुर (मुस्लेमीन)। नवाब खानदान के हथियारों के जखीरे में आठ फीट लंबी बंदूक भी है। विदेशी कंपनी द्वारा बनाई गई यह बंदूक किले की दीवार से चलती थी और आधा किलोमीटर तक मार करती थी। इससे एक साथ दो हजार छर्रे निकलते थे। कोठीखास बाग में नवाब खानदान के हथियारों के जखीरे से ही यह बंदूक मिली है।
जखीरे में हैं हजारों हथियारों
नवाब खानदान के हथियारों के जखीरे में यूं तो हजारों हथियार शामिल हैं, जिसमें पिस्टल, रिवाल्वर, रायफल, बंदूक, छुरी व तलवारें शामिल हैं। लेकिन, कई हथियार ऐसे हैं जो सबसे खास हैं। इन हथियारों में एक ऐसी बंदूक है, जिसकी लंबाई आठ फीट है। शस्त्र विशेषज्ञ राशिद उल्लाह खान बताते हैं कि यह विदेशी कंपनी द्वारा बनाई गई है। लेकिन, जंक लग जाने के कारण कंपनी का नाम साफ नजर नहीं आ रहा है। इस बंदूक की बैरल छह फीट लंबी और छह इंच मोटी है। इसे चलाने के लिए बैरल में गन पाउडर और करीब दो हजार छरें भरे जाते थे। इसके बाद यह किले की दीवार से चलाई जाती थी। इसकी मारक क्षमता भी करीब पांच सौ मीटर से ज्यादा है। यह बंदूक जब चलती तो तोप के गोले की तरह आग उगलती थी।
बैंत की तरह बंदूक
हथियारों के जखीरे में छह बैंत जैसी बंदूकें हैं। राशिद उल्लाह खान बताते हैं कि तीन फरवरी को जब हथियारों की गिनती की गई थी तो छह स्टिक गन मिलीं। यें बंदूकें देखने में बैंत लगती हैं। करीब तीन फीट लंबी हैं। इसे बीच से खोला जाता है। डेढ़ फीट बैरल है। इसका फायरिंग ट्रेगर हैंडल में है। नवाब खानदान के हथियारों के सर्वे व मूल्यांकन के लिए जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने चार सदस्य कमेटी बनाई है, जिसमें प्रशासन की ओर से डिप्टी कलेक्टर मान सिंह पुंडीर, सीओ विद्या किशोर और दो शस्त्र विशेषज्ञ राशिद उल्लाह खान और आमिर उल्लाह खान को शामिल किया गया है। इस कमेटी ने पहले तीन फरवरी को सर्वे किया और अब 10 फरवरी को मूल्यांकन करेगी।