नजीबाबाद के आठ संविदा परिचालकों की सेवा समाप्त, जाच जारी
मुरादाबाद : नजीबाबाद डिपो के आठ संविदा परिचालकों की सेवा समाप्त कर दी गई है।
मुरादाबाद : रोडवेज प्रबंधन ने टिकट घोटाले में संलिप्त परिचालकों के खिलाफ पहली बड़ी कार्रवाई की है। नजीबाबाद डिपो के आठ संविदा परिचालकों की सेवा समाप्त कर दी गई है। इन पर चार लाख से अधिक रुपये का टिकट घोटाले करने का आरोप है। इसके अलावा संदेह के घेरे में आए परिचालकों की जाच कराई जा रही है। ये है पूरा मामला
पिछले दिनों रोडवेज प्रबंधन ने टिकट घोटाले का मामला पकड़ा था। परिचालक यात्री से किराया लेकर इलेक्ट्रानिक टिकट इश्यू मशीन (इटीआइएम) से फर्जी टिकट दे रहे थे। इस मामले का पर्दाफाश होने पर मंडल के सभी सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों की ओर से जाच की जा रही है। अभी तक पीतल नगरी डिपो, बिजनौर डिपो के तीन स्थायी परिचालकों को निलंबित किया जा चुका है। नौ संविदा परिचालकों की सेवा समाप्ति का नोटिस भी जारी किया गया है। सभी स्थानों पर जून, जुलाई और अगस्त माह के ईटीआइएम के डाटा की जाच की जा रही है। मंडल में शामिल नजीबाबाद डिपो के संविदा परिचालकों ने बड़े पैमाने पर टिकट घोटाला किया। सभी तीन माह में चार लाख रुपये का टिकट घोटाला करने में संलिप्त पाए गए। इसकी जाच में पुष्टि हुई। नजीबाबाद के परिचालकों ने लंबी दूरी के यात्रियों से रुपये लेकर फर्जी टिकट जारी किए। क्षेत्रीय प्रबंधक एसके शर्मा ने बताया कि टिकट घोटाले में दोषी पाए जाने पर नजीबाबाद डिपो के आठ संविदा परिचालकों की सेवा समाप्त कर दी गईं है। मंडल के अन्य डिपो में जाच चल रही है। वहीं इस मामले में जो भी परिचालक संदिग्ध हैं उनकी रातों की नींद पूरी तरह से उड़ चुकी है। उन्हें इस बात का डर है कि मामले में कहीं उनकी गर्दन न फंस जाएं। फिलहाल उनके बचने का तरीका नहीं सूझ रहा है।