ईडी की जांच से आजम को चंदा देने वालों में बेचैनी Rampur news
सांसद आजम खां के खिलाफ जांच के लिए ईडी शीघ्र ही रामपुर आ सकती है। वह जौहर यूनिवर्सिटी में अरबों रुपये की लागत से हुए निर्माण कार्यों के बारे में जानकारी करेगी।
रामपुर: सांसद आजम खां के खिलाफ जांच के लिए ईडी शीघ्र ही रामपुर आ सकती है। वह जौहर यूनिवर्सिटी में अरबों रुपये की लागत से हुए निर्माण कार्यों के बारे में जानकारी करेगी। पैसे का हिसाब लेगी। इतनी धनराशि कहां से आई। जिन लोगों ने चंदे में मोटी रकम दी है, उनसे भी हिसाब लिया जाएगा। उनकी क्या हैसियत इतनी है, जितना चंदा दिया है। ईडी की जांच को लेकर चंदा देने वालों की धड़कनें तेज हो गई हैं। उनमें बेचैनी है।
ईडी ने जिलाधिकारी को भी पत्र लिखा है। उनसे तीन बिंदुओं पर जानकारी मांगी गई है। यूनिवर्सिटी में कितनी परिसंपत्तियां हैं, जिन पर कब्जा किया है। इनसे संबंधित कितने मुकदमे दर्ज हुए हैं। जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह का कहना है कि यूनिवर्सिटी के निर्माण में कितना पैसा लगा और यह धन कहां से आया। चंदा किसने दिया। चंदा देने वाले की हैसियत क्या है। इन सब बिंदुओं की जांच हो सकती है। ईडी की जांच की खबर पता लगते ही उन लोगों की धड़कने तेज हो गई हैं, जिन्होंने चंदा दिया है।
आजम के शस्त्र लाइसेंस बहाल
जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने सांसद आजम खां के शस्त्र लाइसेंस बहाल कर दिए हैं। लोकसभा चुनाव से पहले उनके रिवाल्वर, रायफल और बंदूक के लाइसेंस निलंबित कर दिए गए थे। तब आजम खां डीएम के फैसले खिलाफ हाईकोर्ट चले गए थे। कोर्ट ने निलंबन खत्म कर नियमानुसार कार्रवाई करने को कहा था। डीएम ने निलंबन वापस ले लिया था, लेकिन असलहा दुकान पर ही जमा रहे। इस मामले में जिलाधिकारी ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद लाइसेंस बहाल कर दिए। डीएम ने जिस मुकदमे के आधार पर लाइसेंस निलंबित किए थे, पुलिस ने चार्जशीट में उससे संगीन धाराएं हटा लीं। इस पर डीएम ने पुलिस के खिलाफ भी कार्रवाई के लिए लिखा है। फैसले में इसका भी उल्लेख किया गया है कि आजम खां ने शस्त्र लाइसेंस का दुरुपयोग नहीं किया है।