प्रदूषण हुआ लॉक तो धरती को मिल गई ऑक्सीजन Moradabad News
कोरोनावायरस के चलते संपूर्ण देश में लॉकडाउन है। उद्योग बंद हैं। सड़कों पर गाडिय़ों का शोर नहीं है। इस दौरान प्रदूषण का स्तर काफी नीचे आ गया है।
मुरादाबाद,जेएनएन। सुबह कोयल की कूक सुनाई देने लगी है, कागा फिर मुंडेर पर आकर अतिथि आगमन की सूचना देने लगा है। शाम को पक्षियों के झुंड आसमान नापते दिख रहे हंै। रामगंगा एक बार फिर हिलोरे मारती हुई बही चली जा रही है, इतना सब मात्र पहियों के थमने और फैक्ट्रियों से निकलने वाले अपशिष्ट के बंद होने के कारण हुआ है। लॉकडाउन में प्रदूषण पर जब से लॉक लगा है मानों हमारी धरती को फिर से ऑक्सीजन भी मिल गई है। प्रस्तुत है रिपोर्ट -
रेड से ग्रीन जोन में पहुंचा मुरादाबाद
फैक्ट्रियों के बंद होने व गाडिय़ों की रफ्तार थमने से वायु गुणवत्ता सूचकांक पर बड़ा असर पड़ा है। आंकड़ों को देखें तो मार्च-अप्रैल 2018 में वायु गुणवत्ता सूचकांक पांच बार 300 के पार पहुंच गया था। ऐसा ही हाल 2019 में था, इसमें भी इन दो महीनों में हवा की गुणवत्ता पांच बार 300 के पार पहुंच गई थी लेकिन, लॉकडाउन के बाद से मुरादाबाद इस बार ग्रीन जोन में बना हुआ है।
हिलोरे मारने लगी रामगंगा
पीतल की फैक्ट्रियों से निकलने वाले कचरे व जहरीले कणों के कारण रामगंगा का पानी इतना प्रदूषित हो गया था कि आसपास के इलाकों में कैंसर फैलने लगा था। यहां पानी की मात्रा भी काफी घट गई थी लेकिन, इन दिनों रामगंगा हिलोर मारते हुए बह रही है। पानी न केवल पहले से साफ दिखाई दे रहा, बल्कि आक्सीजन का स्तर भी बढ़ा है।
तापमान में भी आयी गिरावट
प्रदूषण पर लॉक लगने से वातावरण पर इतना असर पड़ा है कि तापमान में भी काफी गिरावट देखी गई है। मौसम विभाग के आंकड़ों को देखें तो 2018-19 में अप्रैल के शुरुआती दिनों में ही तापमान 40 पार होने लगता था लेकिन, इस बार आधा महीना बीतने के बाद भी तापमान 35-36 के आसपास बना हुआ है।
फैक्ट्रियों की संख्या - 18,000
कुल वाहनों की संख्या - दो लाख
ये है वायु गुणवत्ता सूचकांक का हाल
2018
14 मार्च - 335
21 मार्च - 305
16 अप्रैल - 327
25 अप्रैल - 318
26 अप्रैल - 368
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2019
2 मार्च - 336
20 मार्च - 313
30 मार्च - 308
30 अप्रैल - 352
2020
2 जनवरी- 391
4 जनवरी - 302
11 जनवरी - 371
12 जनवरी - 372
14 जनवरी - 373
15 जनवरी - 342
मुरादाबाद कभी ग्रीन जोन में नहीं आया है, ऐसा पहली बार हुआ है कि हम ग्रीन जोन में बने हुए हैं। लॉकडाउन से वातावरण को बहुत फायदा हुआ है। हवा साफ है, रामगंगा का प्रदूषण कम हुआ है। सच में यही पृथ्वी दिवस का उद्देश्य भी है।
डॉ. अनामिका त्रिपाठी, एसो. प्रोफेसर ङ्क्षहदू कॉलेज