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अब इंजीनियरिंग छात्रों की ई- रिसोर्स और ई-जनरल से पढ़ाई होगी आसान

कुलपति प्रोफेसर डॉ विनय पाठक ने कहा है कि डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी ट्रेनिंग प्लेसमेंट पर काम कर रही है। इसके लिए विश्वविद्यालय ने टेक्निशियो कंपनी की मदद ली है। इसके माध्यम से युवाओं को प्लेसमेंट से जोडऩे के लिए विश्वविद्यालय पूल केंपस का आयोजन करेगी। नोएडा और लखनऊ में शुरुआत में पूल केंपस का आयोजन होगा। इस काम के लिए विश्वविद्यालय दो करोड़ रुपये खर्च कर रहा है।

By RashidEdited By: Published: Fri, 07 Dec 2018 03:25 PM (IST)Updated: Fri, 07 Dec 2018 03:59 PM (IST)
अब इंजीनियरिंग छात्रों की ई- रिसोर्स और ई-जनरल से पढ़ाई होगी आसान
अब इंजीनियरिंग छात्रों की ई- रिसोर्स और ई-जनरल से पढ़ाई होगी आसान

मुरादाबाद (जेएनएन)। कुलपति प्रोफेसर डॉ विनय पाठक ने कहा है कि डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी ट्रेनिंग प्लेसमेंट पर काम कर रही है। इसके लिए विश्वविद्यालय ने टेक्निशियो कंपनी की मदद ली है। इसके माध्यम से युवाओं को प्लेसमेंट से जोडऩे के लिए विश्वविद्यालय पूल केंपस का आयोजन करेगी। नोएडा और लखनऊ में शुरुआत में पूल केंपस का आयोजन होगा। इस काम के लिए विश्वविद्यालय दो करोड़ रुपये खर्च कर रहा है।

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सम्मान समारोह में शिरकत करने के लिए हैं आए

शुक्रवार को डॉ एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर डॉ. विनय पाठक यहां पत्रकारों से बात कर रहे थे। वह एमआइटी कॉलेज में आयोजित मेधावियों के सम्मान समारोह में शिरकत करने के लिए पहुंचे थे।

महत्वपूर्ण जानकारियां आसानी से प्राप्त कर सकेंगे छात्र

प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुलपति प्रोफेसर डॉ. विनय पाठक ने कहा कि एकेटीयू ई-लाइब्रेरी और ई-रिसोर्स पर काम कर रहा है। इससे जल्द ही इंजीनियरिंग के छात्र अपने विषय से संबंधित जनरल और महत्वपूर्ण जानकारियां आसानी से प्राप्त कर सकेंगे।

फिलहाल, लखनऊ में इनक्यूबेशन सेल का निर्माण

कुलपति प्रोफेसर डॉ विनय पाठक ने कहा कि उपरोक्त के साथ ही इनक्यूबेशन सेल की शुरुआत की जाएगी। इसमें महज ढाई सौ रुपए खर्च कर छात्र लैब और वर्कशॉप में अपने शोध और रिसर्च को नया आयाम दे सकेंगे। फिलहाल, लखनऊ में इनक्यूबेशन सेल का निर्माण किया जाएगा।

नौकरी करने की नई व्यवस्था शुरू करने की पहल

उन्होंने नए सत्र में सात सेमेस्टर के बाद आठवें सेमेस्टर में छात्रों के नौकरी करने की नई व्यवस्था के सवाल पर कहा कि कई उद्योग घराने पांचवे सेमेस्टर के बाद ही छात्रों को अपने यहां रोजगार देना चाहते हैं। इसलिए विश्वविद्यालय ने नए सत्र से आठवें सेमेस्टर में छात्रों के नौकरी करने की नई व्यवस्था शुरू करने की पहल की है।

इसे लागू नहीं किया जा रहा

नए सत्र से ही व्यवस्था शुरू करने के सवाल पर कहा कि अभी कार्य किया जा रहा है इसलिए तुरंत इसे लागू नहीं किया जा रहा है। इंडस्ट्री और फैकेल्टी इंट्रोडक्शन स्कीम को लागू करने पर उन्होंने कहा कि स्कीम पर विश्वविद्यालय काम कर रहा है।

शिक्षा की गुणवत्ता नहीं वाले संस्थानों को नकार रहे छात्र

मंडल के 24 प्रोफेशनल और तकनीकी कॉलेजों के एआईसीटीई से संबद्धता वापस लेने के सवाल पर कहा कि जिन संस्थानों में शिक्षा की गुणवत्ता नहीं है, वहां छात्र नहीं पहुंच रहे हैं। ऐसे में उनके पास संबद्धता वापस लेने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।

इंजीनियरिंग की प्रवेश प्रक्रिया पर बोले कुलपति

एआईसीटीई से सम्बद्ध कॉलेजों और निजी विश्वविद्यालयों में इंजीनियरिंग की प्रवेश प्रक्रिया पर कहा कि इसको लेकर हमने एआईसीटीई को पत्र लिखा है। एमआईटी को एआईसीटीई से बी वोक कोर्स की परमिशन मिलने के बाद भी यूनिवर्सिटी से एफीलिएशन न मिलने पर कहा की विश्वविद्यालय एफीलिएशन देने पर विचार कर रहा है क्योंकि एमआईटी एकेटीयू से संबद्ध टॉप दस कॉलेजों में शामिल हैं। ऑर्डिनेंस पर काम किया जा रहा है।  


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