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Moradabad रामलीला ग्राउंड पर रावण का पुतला दहन से कमेटी का इन्कार, अग्निशमन विभाग के एक पत्र से उपजा विवाद

Ravana Dahan in Moradabad रावण दहन से पहले मुरादाबाद में लाइनपार रामलीला ग्राउंड कमेटी ने रावण का पुतला दहन करने से इन्कार कर दिया। इसकी वजह फायर विभाग की ओर से जारी एक पत्र रहा जो रामलीला मैनेजिंग कमेटी के महासचिव के नाम पर भेजा गया है।

By Mohsin PashaEdited By: Samanvay PandeyPublished: Wed, 05 Oct 2022 07:55 AM (IST)Updated: Wed, 05 Oct 2022 07:55 AM (IST)
Moradabad रामलीला ग्राउंड पर रावण का पुतला दहन से कमेटी का इन्कार, अग्निशमन विभाग के एक पत्र से उपजा विवाद
Ravana Dahan in Moradabad : जानें पत्र में अग्निशमन विभाग ने क्या कहा

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। Ravana Dahan in Moradabad : रावण दहन से पहले मुरादाबाद में लाइनपार रामलीला ग्राउंड कमेटी ने रावण का पुतला दहन करने से इन्कार कर दिया। इसकी वजह फायर विभाग की ओर से जारी एक पत्र रहा, जो रामलीला मैनेजिंग कमेटी रामलीला ग्राउंड, मुरादाबाद लाइनपार के महासचिव राजीव प्रकाश बंसल के नाम पर भेजा गया है।

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पत्र मिलते ही भड़के कमेटी के अधिकारी

पत्र मिलने और पूरी जिम्मेदारी कमेटी पर डाले जाने से कमेटी के पदाधिकारी भड़क गए हैं। उन्होंने रावण के पुतले को दहन के लिए खड़ा करने से ही इन्कार कर दिया है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी किसी तरह समझाकर मामले को निपटाने के प्रयास में जुट गया है।

जानें पत्र में अग्निशमन विभाग ने क्या कहा

अग्निशमन अधिकारी हैलेट रोड, की तरफ से जारी पत्र में कहा गया है कि लाइनपार रामलीला ग्राउंड चारों तरफ दीवार से घिरा हुआ है। इस भूखंड पर काफी संकरी जगह है। घना मेला बाजार अस्थायी रूप से लगाया गया है, जिसके एक हिस्से में झूले काफी ऊंचाई वाले लगाए गए हैं, जिसमें अचानक निकास मार्ग भी नहीं है।

सुरक्षा को लेकर उठाए थे सवाल

  • रामलीला ग्राउंड चारों तरफ दीवार से घिरा हुआ है।
  • भूखंड पर काफी संकरी जगह है।
  • घना मेला बाजार अस्थायी रूप से लगाया गया है।
  • मैदान में झूले काफी ऊंचाई वाले लगाए गए हैं।
  • मैदान में अचानक निकास मार्ग भी नहीं है।
  • दुकानों में अग्निशमन व्यवस्था नहीं है।
  • बिजली की वायरिंग कटे तारों से की गई है।
  • किसी भी प्रकार की कोई अनुमति उच्चाधिकारियों से प्राप्त नहीं की गयी है।

दुकानों में अग्निशमन व्यवस्था नहीं

दुकानों का निर्माण भी ज्वलनशील पदार्थों जैसे पत्ती, कपड़ा आदि से किया गया है। दुकानों में अग्निशमन व्यवस्था नहीं है। साथ ही साथ विद्युत वायरिंग का प्रयोग भी कटी-फटी तारों से किया गया है। जानकारी करने पर किसी भी प्रकार की कोई अनुमति उच्चाधिकारियों से प्राप्त नहीं की गयी है।

अग्निसुरक्षा मानकों का पालन नहीं

अग्निशमन व्यवस्था भी नहीं रखी गयी है। तीन अक्टूबर को भी अवगत कराया गया था। वर्तमान तक मेला स्थल पर अग्निसुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। ऐसी दशा में किसी भी अग्नि दुर्घटना होने पर वृहद जन-धन हानि होने से इनकार नहीं किया जा सकता है।

भदोही-इटावा में हुए अग्निकांड

हाल ही मैं जनपद भदोही व इटावा में हुई अग्नि दुर्घटना में कई व्यक्तियों की जान गयी। इसके बाद भी अग्निसुरक्षा के मानकों का उल्लंघन किया जा रहा है, जो आपत्तिजनक है। आपको निर्देशित किया जाता है कि आप अपने मेला परिसर में जन-धन की क्षति के दृष्टिगत अग्निशमन सुरक्षा व्यवस्थाएं एवं निकास द्वार मानकों के अनुसार स्थापित करें।

रामलीला ग्राउंड पर अग्निकांड का खतरा सबसे कम

पत्र मिलते ही रामलीला कमेटी के पदाधिकारी भड़क गए। पदाधिकारियों ने फोन पर कई अधिकारियों को पत्र की जानकारी देकर विरोध जताया। साथ ही रावण को दहन के लिए फिलहाल खड़ा नहीं करने का निर्णय लिया। कमेटी के महासचिव राजीव प्रकाश बंसल का कहना है कि रामलीला ग्राउंड के सात गेट हैं। इसके चारों तरफ सड़क है। यहां अग्निकांड होने का खतरा सबसे कम है। इसके बावजूद 125 साल से मेला हर साल लगता आ रहा है।

अगर दुर्घटना होती है तो कमेटी जिम्मेदार

अगर कोई दुर्घटना होती है तो उसकी जिम्मेदारी कमेटी पर ही डाल दी गई। विरोध करने का कारण यही है कि पुलिस प्रशासन और अग्निशमन विभाग की कोई जिम्मेदारी नहीं है। इससे अच्छा है कि मेला बंद कर दिया जाए। बुधवार को मुख्य अग्निशमन अधिकारी से वार्ता के बाद ही रावण का पुतला खड़ा कराया जाएगा।

क्या कहते हैं अग्निशमन अधिकारी

मुख्य अग्निशमन अधिकारी मुकेश कुमार ने बताया कि भदोही और इटावा में अग्निकांड हो चुके हैं। लाइनपार रामलीला मेले में भीड़ बहुत रहती है। वहां हमने फायर टेंडर तो खड़ा करा रखा है। रामलीला मैनेजिंग कमेटी रामलीला ग्राउंड लाइनपार के महासचिव को अग्निशमन की पर्याप्त व्यवस्थाएं कराने के लिए अग्निशमन अधिकारी ने भेजा है। मेला बहुत पुराना है, लगता रहा है और आगे भी लगता ही रहेगा। इसे लेकर हमें कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन, अग्निशमन की व्यवस्थाएं होनी चाहिए।


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