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Moradabad News: अव्‍यवस्‍था के चलते अब तक जिले में पांच हजार वयस्‍कों को भी नहीं लग सकी कोरोना की बूस्‍टर डोज

कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए पहले कोवैक्सीन बाद में कोविशील्ड टीके बाजार में आए थे। दोनों टीके अभी भी प्रथम खुराक व द्वितीय खुराक सरकारी अस्पतालों में निश्शुल्क लगाया जा रहा है। सरकारी अस्पतालों में टीके सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक लगाया जाते हैं।

By Vivek BajpaiEdited By: Published: Fri, 20 May 2022 05:10 PM (IST)Updated: Fri, 20 May 2022 05:10 PM (IST)
Moradabad News: अव्‍यवस्‍था के चलते अब तक जिले में पांच हजार वयस्‍कों को भी नहीं लग सकी कोरोना की बूस्‍टर डोज
बूस्‍टर डोज निजी अस्‍पतालों में लगाई जा रही है

मुरादाबाद, जेएनएन। सरकारी अव्यवस्था के कारण कोरोना से बचाव के लिए बूस्‍टर डोज लगवाने से लोग बच रहेे हैं। 18 से 59 साल तक के लोगों के लिए बूस्‍टर डोज निजी अस्‍पतालों में लगाई जा रही है लेकिन, वहां कोवैक्‍सीन के टीके उपलब्‍ध नहीं हैं। अब तक जिले में पांच हजार लोगों के भी बूस्‍टर डोज नहीं लग सकी है। 

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कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए पहले कोवैक्सीन बाद में कोविशील्ड  टीके बाजार में आए थे। दोनों टीके अभी भी प्रथम खुराक व द्वितीय खुराक सरकारी अस्पतालों में निश्शुल्क लगाया जा रहा है। सरकारी अस्पतालों में टीके सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक लगाया जाते हैं। जिस व्यक्ति को जिस समय मौका मिलता है, वह टीका लगवा लेता है। जिले भर में 18 वर्ष से अधिक उम्र के 23 लाख आठ हजार 490 लोगों ने प्रथम डोज और 18 लाख 27 हजार 340 ने दूसरी डोज लगवा ली है। 

सरकार ने नौ माह के बाद तीसरी टीके के रूप में बूस्‍टर डोज लगाने का आदेश दिया है। सरकारी अस्पताल में कोरोना सेवक, चिकित्सक व 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को निश्शुल्क बूस्‍टर डोज लगाई जा रही है। वहीं 18 से 59 वर्ष के लोगों के लिए बूस्‍टर डोज की व्‍यवस्‍था निजी अस्‍पतालों में है। इसके लिए टीके लगवाने वालों को 385 रुपये खर्च करने पड़ते हैं। 

बूस्‍टर डोज के टीके के लिए जिले में एक प्राइवेट अस्पताल नामित है। इस अस्पताल में कोवैक्सीन के टीके तक नहीं हैं। प्राइवेट अस्पताल में दोपहर दो बजे के बाद टीके लगवाने के लिए काफी इंतजार करना होता है। कई बार लोगों को बिना टीके लगवाए ही लौटना पड़ता है। प्राइवेट अस्पताल में वर्तमान में कोविशील्ड के टीके लगाए जा रहे हैं। प्राइवेट अस्पताल संचालक ने कोवैक्सीन की आपूर्ति के लिए कंपनी को पत्र भेजा है, लेकिन अभी तक टीके नहीं मिले हैं। जिसकी सूचना सीएमओ को भी दी गई है। अभी तक जिले में पांच हजार से भी कम 18 से 59 वर्ष के लोगों ने बूस्‍टर डोज लगवाई है। 

कोरोना टीकाकरण के नोडल अधिकारी डा. दीपक वर्मा ने कहा कि कई प्राइवेट अस्पताल संचालकों को सतर्कता खुराक के टीके लगाने के लिए पंजीयन कराने का अनुरोध कर चुके हैं, केवल एक ही अस्पताल अभी तक पंजीयन कराया है। टीका बनाने वाली कंपनी को प्राइवेट अस्पताल में कोवैक्सीन टीके की आपूर्ति के लिए पत्र भेजा है। इसी कारण से सतर्कता खुराक के टीके लगवाने वालों की संख्या कम है।


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