जिलाध्यक्ष के दावेदारों की बढ़ी धड़कन, संगठन के मंथन में अटकी घोषणा Moradabad News
आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए होगी ताजपोशी। सपा के पास हैं जिले की पांच विधानसभा सीट।
मुरादाबाद, जेएनएन। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश चुनाव अधिकारी आशुतोष टंडन ने हाल ही में 20 नए अध्यक्षों की घोषणा कर दी। इसमें भी मुरादाबाद के जिलाध्यक्ष का नाम शामिल नहीं हैं। दूसरी सूची में भी नाम नहीं होने पर दावेदारों की धड़कनें बढ़ी हुई है। अपनी ताजपोशी कराने के लिए पूरी दम लगा चुके दावेदार दिन रात अपनी घोषणा का ख्वाब जरूर देख रहे हैं।
इतने अध्यक्षों की हो चुकी है घोषणा
प्रदेश में अब तक 79 अध्यक्षों की घोषणा हो चुकी है। बाकी जिलाध्यक्षों की घोषणा नहीं होने के पीछे संगठन में मंथन का चलना माना जा रहा है। इसमें सबसे प्रमुख बिंदु आगामी विधानसभा चुनाव हैं। इतना तय है कि नए जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा जाना है। इसलिए भाजपा संगठन कोई जोखिम उठाना नहीं चाहता है। भाजपा के 98 अध्यक्षों में अभी 19 अध्यक्षों की नामों की घोषणा बाकी है। वैसे जिलाध्यक्षों का चुनाव 20 नवम्बर को हुआ था। पिछले 28 दिसंबर को जारी हुई सूची में महानगर अध्यक्ष के नाम की घोषणा हो गई थी। इस नई सूची में जिलाध्यक्ष का नाम तक नहीं है। पिछले बार घोषित सूची में पश्चिम में गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर के अध्यक्ष घोषित कर दिए।
बढ़त दिलाने वालों पर विचार
संगठन में मंथन चल रहा है कि आगामी विधानसभा का चुनाव को दृष्टिगत ऐसे नाम पर मंथन चल रहा है, जो पिछले विधानसभा चुनाव के नतीजों में बढ़त दिला सके। वर्तमान में छह विधानसभा सीटों में से सिर्फ एक नगर विधानसभा ही भाजपा के पास है, बाकी सभी सपा के पास है। भाजपा सपा के प्रभुत्व को खत्म करना चाहती है। इसलिए ऐसे नाम पर मंथन चल रहा है, जो जिले भर में काम कर सके। वर्तमान जिलाध्यक्ष हरिओम शर्मा तीन बार जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। उन्होंने हालंाकि नामांकन भी नहीं किया है। भाजपा में कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। मुरादाबाद जिलाध्यक्ष पद के लिए नामांकन लेने वालों की संख्या 13 है। अब देखना है कि सर्वसम्मति किसके नाम पर बनती है। माना जा रहा है कि महानगर अध्यक्ष पद पर अगड़ी जाति को दे दिया, अब पिछड़ी जाति का ध्यान रखकर जिलाध्यक्ष को घोषित किया जा सकता है। वैसे भी भाजपा अगड़ी और पिछड़ी जाति को साथ लेकर चल रही है।