डेंगू और मलेरिया रोकथाम का अभियान भी रोक देगा कोरोना वायरस, जानिए क्या है वजह
कोरोना वायरस ने न केवल विकास को प्रभावित किया है बल्कि अब डेंगू और मलेरिया रोकथाम के स्वास्थ्य महकमे के अभियान पर भी असर डालेगा।
रामपुर। जिले में हर साल बरसात के मौसम में फैलने वाली बीमारियों कई लोगों की जान ले लेती हैं। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में बुखार, डेंगू, मलेरिया, स्वाइन फ्लू जैसी बीमारियों की चपेट में हजारों लोग आ जाते हैं। स्वास्थ्य विभाग तमाम उपाय करने के बाद भी इन्हें नहीं रोक पाता है। ऐसे में कोरोना के साथ स्वास्थ्य विभाग के सामने इन बरसाती रोगों से लडऩा किसी चुनौती से कम नहीं होगा। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का दावा है कि उन्होंने इन बीमारियों से बचाव के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं।
शासन की ओर से भी मिले निर्देशों पर अमल कराया जा रहा है। यह दावे कितने सच साबित होंगे, यह तो आने वाला समय ही बताएगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुबोध कुमार शर्मा का कहना है कि बीमारियों से बचाव के लिए साफ-सफाई जरूरी है। इसके लिए गांव स्तर पर स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति बनी है। इन समितियों को हर साल 10 हजार रुपये का बजट दिया जाता है, ताकि समिति गांवों में साफ-सफाई और दवा का छिड़काव आदि करा सके। इसके अलावा पहली जुलाई से संचारी रोग नियंत्रण अभियान भी शुरू कर दिया गया है।
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. पंकज द्विवेदी का कहना है कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत प्रधानों के माध्यम से गांवों में दवा का छिड़काव कराया जा रहा है। 15 जुलाई से 30 जुलाई तक दस्तक अभियान चलेगा। इस अभियान में आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर जाएंगी और परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य पता करेंगी। परिवार के किसी सदस्य को बुखार होने पर लक्षणों के आधार पर मलेरिया, डेंगू आदि की जांच कराई जाएगी।