Rampur News: बेटी ने निभाया बेटे का फर्ज, श्मशान घाट पहुंचकर किया पिता का अंतिम संस्कार
Daughter performs fathers last rites सिविल लाइंस क्षेत्र के रामनाथ कालोनी निवासी 75 वर्षीय दिनेश नारायन सक्सेना अपनी बेटी अनुराधा के साथ रहते थे। उनकी पत्नी का कई साल पहले निधन हो गया था। एक बेटा दीपक था उसकी भी सड़क हादसे में मृत्यु हो गई थी।
रामपुर, जागरण संवाददाता। Daughter performs father's last rites: बेटा ही पिता की चिता को मुखाग्नि देता है, यह बात अब गुजरे जमाने की हो चुकी है। गुरुवार को यहां भी यह रूढ़ीवादी परंपरा तब टूटती नजर आई, जब एक बेटी ने बेटे का फर्ज निभाते हुए पिता का अंतिम संस्कार किया। बेटी पिता की अंतिम यात्रा में श्मशान तक साथ गई और वहां उन सभी रीति रिवाजों को निभाया, जो बेटा करता है।
सिविल लाइंस क्षेत्र के रामनाथ कालोनी निवासी 75 वर्षीय दिनेश नारायन सक्सेना अपनी बेटी अनुराधा के साथ रहते थे। उनकी पत्नी का कई साल पहले निधन हो गया था। एक बेटा दीपक था, उसकी भी सड़क हादसे में मृत्यु हो गई थी। तब से पिता-पुत्री ही एक-दूसरे का सहारा थे। बेटी ने पिता को बेटे की कभी कमी महसूस नहीं होने दी।
पिछले कुछ माह से पिता की तबीयत खराब हो गई। तब बेटी उन्हें जयपुर से लेकर हरिद्वार तक इलाज के लिए गई। बेटी के तमाम प्रयास के बाद तबीयत में सुधार नहीं हुआ। बुधवार शाम उनका निधन हो गया। जानकारी मिलने पर गुरुवार को रिश्तेदार, सगे संबंधी, परिचित आ गए। चिता को कौन आग देगा, यह सवाल उठने से पहले ही बेटी ने स्पष्ट कह दिया कि वह ही अपने पिता का अंतिम संस्कार करेगी।
इसके बाद वह पिता की शव यात्रा में शामिल हुई। कोसी मार्ग स्थित स्वर्गधाम श्मशान घाट पर पिता की चिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान समाजसेवी एवं वीर खालसा सेवा समिति के अध्यक्ष अवतार सिंह, वार्ड सात की सभासद के पति गुलशन अरोरा, अधिवक्ता बूटा सिंह आदि भी मौजूद रहे।