बाहर से आने वाले मजदूरों का बनेगा डाटाबेस ,सभी डीपीआरओ को मिले निर्देश Moradabad News
पंचायत राज मंत्री ने प्रदेश के सभी डीपीआरओ का दिया निर्देश। लापरवाही होने पर सख्त कार्रवाई होने की बात कही गई है। हर हाल में कोरोना को हराने की मुहिम।
मुरादाबाद,जेएनएन। प्रदेश सरकार के पंचायत राज मंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह ने कहा है कि दूसरे प्रदेशों से आने वाले मजदूरों का पूरा डाटा ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव को सरकार द्वारा दिये गये प्रारूप में भरना है, इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। दूसरे प्रदेशों से बड़ी संख्या में मजदूरों को अपने घर वापस बुलाने के लिए प्रदेश सरकार संकल्पित है। जो भी मजदूर बाहर से आएंगे, उन्हें गांव के स्कूल या पंचायत भवन में क्वारंटाइन किया जाएगा। जिले में 1735 प्राइमरी और जूनियर हाईस्कूल हैं। इसके अलावा राजकीय और माध्यमिक विद्यालय भी हैं।
दैनिक जागरण से बातचीत में पंचायती राज मंत्री ने कहा कि क्वारंटाइन की अवधि पूरा करने के बाद मजदूर अपने घर जाएंगे। क्वारंटाइन के दौरान ही प्रधान और सचिव मजदूरों का मोबाइल नंबर, कहां से आये हैं, क्या काम कर रहे थे, कहां जाना है, मजदूरों से पूछकर प्रारूप में भरना है। इसके लिए प्रदेश के सभी जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिया गया है। एडीओ पंचायत भी इस काम में सहयोग करेंगे।
मुरादाबाद पहुंचे 11 श्रमिक
11 मजदूर आज उत्तराखंड से मुरादाबाद पहुंचे। इन मजदूरों को लेने के लिए मुरादाबाद से बरेली के बहेड़ी बार्डर तक बस भेजी गई थी। मजदूरों को एसएस चिल्ड्रेन स्कूल में रोका गया गया है। मध्य प्रदेश से आने वाले 40 श्रमिक अभी तक नहीं आए हैं। एमपी की सरकार ने अभी तक उनको भेजने की व्यवस्था नहीं की, जो भी श्रमिक सेंटरो में रुके है उनको अब 30 किलो राशन देकर घर भेजा जाएगा। एडीएम प्रशासन लक्ष्मी शंकर सिंह ने बताया कि मजदूरों को रोकने के लिए सभी तहसीलों में 20-20 सेंटर बनाये गए हैं।