शहर विधायक के स्टिंग आपरेशन में फंस गए दारोगा moradabad news
सिविल लाइंस की आशियाना चौकी के दारोगा अभिनव देशवाल से भाजपा के बूथ अध्यक्ष सुभाष सैनी के परिजन ही नहीं प्रेमनगर के और भी तमाम लोग परेशान थे।
मुरादाबाद : सिविल लाइंस की आशियाना चौकी के दारोगा अभिनव देशवाल से भाजपा के बूथ अध्यक्ष सुभाष सैनी के परिजन ही नहीं प्रेमनगर के और भी तमाम लोग परेशान थे। यह कहना है शहर विधायक रितेश गुप्ता का। बवाल का मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही दारोगा की वसूली शुरू हो गई थी।
उन्होंने कहा आए दिन उनके पास दारोगा की शिकायतें आ रही थीं। इस संबंध में उन्होंने एसएसपी और एएसपी को भी बताया था। इसके बाद भी दारोगा जी नहीं माने। वह लगातार रुपयों की मांग कर रहे थे। इस पर उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से दारोगा का स्टिंग आपरेशन करा दिया। स्टिंग आपरेशन 16 अक्टूबर को एक अधिवक्ता के घर हुआ। विधायक ने बताया कि उन्होंने भाजपा के विद्यानगर मंडल के अध्यक्ष विक्रांत शर्मा को बूथ अध्यक्ष सुभाष सैनी के पिता के साथ लगा रखा था। प्रेमनगर के पास ही रहने वालेएक अधिवक्ता के घर दारोगा अभिनïव देशवाल का आना-जाना था। वहीं बूथ अध्यक्ष के पिता सूरजपाल को दारोगा ने बातचीत के लिए बुलाया। विक्रांत उनके साथ थे। वहीं लेनदेन की बात शुरू हुई।
बातचीत के दौरान विक्रांत की जेब में रखे मोबाइल का कैमरा चालू था। 20 हजार रुपये से बातचीत शुरू हुई। पहले तो दारोगा इतने पर राजी नहीं हुए। बाद में कार में बैठकर बात हुई। इस दौरान वह तीस हजार रुपये देने पर तीन नाम मुकदमे से निकलने को राजी हो गए। दारोगा के सूरजपाल के बेटे अशोक सैनी, विक्की सैनी और उनके रिश्तेदार रोहित के नाम निकालने के लिए तीस हजार में राजी होने की वीडियो बन जाने पर सभी लोग शाम को ही विधायक के पास पहुंच गए। विधायक ने सीडी के साथ आरोपित दारोगा के खिलाफ मुकदमा लिखाने के लिए एएसपी आदित्य लांग्हे से बात की। उन्होंने आला अफसरों को बताया, जांच पड़ताल के बाद देर रात को ही रिश्वत लेने के आरोपित दारोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया।
बवाल में दो लोगों की हुई थी गिरफ्तारी
27 जुलाई को कार चालक के कांवडिय़ों को टक्कर मारने के बाद कांठ रोड पर बवाल हुआ था। मामले में रामकिशोर, विजयपाल सिंह, सरदार सिंह, मुकुल, राजेश कुमार, संजय कुमार, ऋषिपाल सिंह, सोनू, मोनू के अलावा अशोक सैनी और उसके भाई विक्की को पुलिस ने नामजद करके हुए सौ सवा सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ बलवा, मारपीट और तोडफ़ोड़ आदि गंंभीर आरोपों में मुकदमा दर्ज किया। दारोगा अभिनव देशवाल इस मामले की विवेचना कर रहे थे। उन्होंने मुकुल और राजेश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। सूरजपाल का कहना है कि छह नाम मुकदमे से निकाल दिए गए थे।
मुझे साजिशन फंसा दिया
-मुकदमे से नाम निकालने के लिए 30 हजार रुपये रिश्वत मांगने के आरोपित दारोगा अभिनïव देशवाल ने सूरजपाल और उनके बेटों पर साजिशन फंसाने का आरोप लगाया है। दारोगा का आरोप है कि सूरजपाल उस पर अपने बेटों के नाम निकालने के लिए लगातार दबाव बना रहे थे। मना करने पर इन लोगों ने बातचीत करने के बहाने बुलाकर वीडियो बना ली। कानून पर भरोसा है, मुझे इंसाफ मिलेगा।