मुरादाबाद में बारिश के जनजीवन अस्त-व्यस्त, सड़कों पर भरा पानी
मुरादाबाद में बीती रात से रिमझिम पड़ रही बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी भी कई स्थानों पर जलभराव हो गया।
मुरादाबाद (जेएनएन)। मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार कल रात से ही शुरू बारिश ने आज दिन में कहर बरपा दिया। पीतलनगरी की सड़कों पर पानी पर गया है। इसके साथ ही डीआरएम कार्यालय के पास विशाल पेड़ गिरने से आवागमन बाधित हो गया।
मुरादाबाद में बीती रात से रिमझिम पड़ रही बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी भी कई स्थानों पर जलभराव हो गया। मुरादाबाद एवं आसपास के क्षेत्रों में मध्यरात्रि से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण सड़कों पर पानी लग गया है। जिसके कारण शहर के कई मुहल्लों में घरों से निकलना मुश्किल हो गया है।
डीआरएम कार्यालय के पास दोपहर विशालकाय पेड़ गिर पड़ा। चंद सेकेंड पहले ही वहां से एक स्कूटर सवार निकला था। तीन दिन पहले ही एडीआरएम आवासीय परिसर से गिरे सूख पेड़ के नीचे दबकर रीना रानी की मौत हो गई थी। बारिश के चलते देहात में कच्चे मकान ढह गए।
अमरोहा के तिगरी में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ा
कई दिन से पहाड़ों पर बारिश होने के कारण गंगा नदी उफान पर है। तिगरी में जलस्तर बढऩे से गंगा नदी का गेज 200.20 मीटर पर पहुंच गया। हालांकि खतरे का लाल निशान 202.00 पर है लेकिन जलस्तर बढऩे से खलबली मची है। तिगरी में गंगा नदी का पानी घाट पर आ जाने से पुरोहितों की झोपडिय़ां जलमग्न हो गईं। इसके कारण चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है।
यहां पर जलस्तर बढऩे से शिशोवाली, जाटोंवाली, धकोवाली, दारानगर समेत दर्जनभर से अधिक गांवों में पानी घुसने लगा है। इससे ग्रामीण खुद को सुरक्षित करने के लिए ऊंचाई वाले स्थान तलाशते कर रहे हैं। पशुओं के लिए चारा जुटाना मुश्किल हो रहा है। बाढ़ का खतरा होने को लेकर तैयारियां शुरू हो गईं हैं।