सांसद आजम खां के करीबी पूर्व सीओ सिटी आले हसन के बेटों के निर्माण पर चला कटर
Action of Rampur Development Authority आरडीए के सहायक अभिंयता अयोध्या प्रसाद ने बताया कि कई माह से काम बंद था। आरडीए ने ही इसे रुकवाया था। बेसमेंट की दीवारें बन रही थीं। लेकिन लिंटर कहीं नहीं पड़ सका था।
रामपुर, जेएनएन। Action of Rampur Development Authority । सांसद आजम खां के करीबी पूर्व सीओ सिटी आले हसन के बेटों के निर्माणाधीन बेसमेंट की दीवारों पर दूसरे दिन भी आरडीए का कटर चलता रहा। शाम तक दीवारें और कालम तोड़ दिए गए। आरडीए अब इसे तोड़ने में खर्च हुई धनराशि की वसूली भी करेगा।
सिविल लाइंस क्षेत्र में सीआरपीए्फ ग्रुप सेंटर के पास आले हसन खां के बेटे वसीम हसन और जावेद हसन के दो प्लाट हैं। लेकिन, दोनों को एक साथ मिलाकर बेसमेंट का निर्माण कराया जाने लगा। इसका नक्शा जून 2017 में पास हुआ था। नक्शा 523.54 वर्गमीटर का पास हुआ। लेकिन, बैक में शेड बढ़ा दिया गया। नक्शे के विपरीत कार्य होने पर अप्रैल 2019 में नोटिस जारी किया गया था। 10 सिंतबर को ध्वस्तीरण के आदेश जारी कर अवैध निर्माण खुद तोड़ने के आदेश दिए। लेकिन, ऐसा नहीं किया गया। इसपर मंगलवार को गेट के पास की दीवार तोड़ दी गई। सीमेंट व सरिये से बनी दीवार व कालम मजबूत होने के कारण जेसीबी से टूट नहीं पा रहे थे। इसपर बुधवार को रुद्रपुर से कटर मंगाकर सुबह से शाम तक इसे तोड़ दिया गया। आरडीए के सहायक अभिंयता अयोध्या प्रसाद ने बताया कि कई माह से काम बंद था। आरडीए ने ही इसे रुकवाया था। बेसमेंट की दीवारें बन रही थीं। लेकिन, लिंटर कहीं नहीं पड़ सका था। नक्शे के विपरीत निर्माण होने पर इसे तोड़ा गया है। प्राधिकराण के सचिव एवं अपर जिलाधिकारी प्रशासन जगदंबा प्रसाद गुप्ता ने बताया कि अवैध निर्माण खुद तोड़ लेना चाहिए था। लेकिन, ऐसा नहीं किया गया। अब इसे तोड़ने में जो खर्च हुआ है, उसकी वसूली भी इन्ही लोगों से की जाएगी। आले हसन खां के खिलाफ पिछले साल 50 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हुए थे। इन दिनों वह जेल में बंद हैं।