Crocodile in Amroha : तीन दिन में तीन गांव पार कर गया मगरमच्छ, वन विभाग की टीम ने पकड़ा
Crocodile in Amroha जलस्तर बढ़ने के बाद मगरमच्छ का बच्चा गांव के तालाब में पहुंचा था। दो दिन तक वह तालाब में रहा। इसके बाद गांव से निकलकर कई किमी की दूरी तय कर गांव बसेली के जंगल में पहुंच गया।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Crocodile in Amroha : अमरोहा के गजरौला में गंगा का जलस्तर बढ़ने के बाद जलीय जीव भी बाहर निकल आए हैं। इस क्रम में एक मगरमच्छ गंगा से निकलकल पहले तिगरी पहुंचा और फिर गांव मोहरका पट्टी। मोहरका के तालाब में दो दिन तक मगरमच्छ पड़ा रहा। वन विभाग को इसकी सूचना भी दी। मगर, उसे पकड़ नहीं पाए। आखिर में यह मगरमच्छ मोहरका से निकलकर अब गांव बसेली के जंगल में पहुंचा तो अफरातफरी मच गई। इस घंटे के रेस्क्यू के बाद उसे पकड़ लिया गया। मगरमच्छ के वीडियो इंटरनेट मीडिया पर भी वायरल हुए हैं। हालांकि वन विभाग का दावा है कि वह मगरमच्छ नहीं घड़ियाल है।
गांव मोहरका के प्रधान रशीद ने बताया कि गंगा का जलस्तर बढ़ने के बाद मगरमच्छ का बच्चा गांव के तालाब में पहुंचा था। दो दिन तक वह तालाब में रहा। इसके बाद गांव से निकलकर कई किमी की दूरी तय कर गांव बसेली के जंगल में पहुंच गया। शुक्रवार की रात करीब साढ़े दस बजे मगरमच्छ दिखने का शोर गूंजा तो काफी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। इससे काफी देर तक हंगामे का माहौल बना रहा। दीगर बात यह है कि गंगा से बाहर निकलने के बाद मगरमच्छ यूं ही आबादी में घूमकर अलग-अलग गांव में पहुंचता गया। मगर, वन विभाग की टीम ने उसे पकड़ना मुनासिब नहीं समझा। इसके बाद वह बसेली में पहुंच गया। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि वन विभाग की टीम कितनी सतर्कता के साथ ड्यूटी कर रही है। इस कार्यप्रणाली से गांवों के लोगों में रोष भी उत्पन्न होने लगा है। हालांकि ग्रामीणों की नाराजगी का पता लगने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और एक घंटे तक रेस्क्यू कर उसे पकड़ लिया और बाद में गंगा में छोड़ दिया। वन विभाग के वनरक्षक शाह आलम ने बताया कि वह मगरमच्छ नहीं घड़ियाल है। उसे पकड़कर गंगा में छोड़ दिया गया है।