रामपुर नवाब के हथियारों की गिनती रुकी, अब 10 फरवरी से सरकारी कैमरे की वीडियोग्राफी में होगी गिनती Rampur NEWS
रामपुर जेएनएन रामपुर नवाब के हथियारों की गिनती अब 10 फरवरी को कराई जाएगी। इस दौरान दोनों ही पक्ष मौजूद रहेंगे। लेकिन कोई भी वीडियोग्राफी या फोटोग्राफी नहीं करेगा।
रामपुर, जेएनएन : रामपुर नवाब के हथियारों की गिनती अब 10 फरवरी को कराई जाएगी। इस दौरान दोनों ही पक्ष मौजूद रहेंगे। लेकिन, कोई भी वीडियोग्राफी या फोटोग्राफी नहीं करेगा, बल्कि वीडियोग्राफी के लिए सरकारी कैमरे की व्यवस्था की जाएगी।
अरबों रुपये की संपत्ति को लेकर खानदान में लंबे समय से विवाद
रामपुर नवाब की अरबों रुपये की संपत्ति को लेकर खानदान में लंबे समय से विवाद चल रहा है। 1972 से मुकदमेबाजी चल रही थी। सुप्रीम कोर्ट ने पांच माह में शरीयत के हिसाब से मुकदमा निस्तारित कर बंटवारा करने के आदेश दिए। बंटवारे की जिम्मेदारी जिला जज को सौंपी गई है। जिला जज ने इसके लिए एडवोकेट कमिश्नर नियुक्त किए हैं, जो सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ संपत्ति का सर्वे और मूल्यांकन करने में लगे हैं।
रामपुर नवाब की संपत्ति में रियासत केहथियार भी शामिल
रामपुर नवाब की संपत्ति में रियासत केहथियार भी शामिल हैं। कोठी खास बाग में बनी आरमरी में हजारों रिवाल्वर, पिस्टल, बंदूक, राइफल, तलवारे और छुरी रखी हैं। ये तमाम हथियार रामपुर नवाब के निजी हथियार हैं लेकिन, बंटवारे के मुकदमे के चलते इन्हें आरमरी में रखने के बाद सील कर दिया गया था। अब बंटवारे की प्रक्रिया चल रही है।
आरोप, कुछ लोग अनावश्यक रूप से फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कर रहे हैं
तीन फरवरी को अधिकारियों और एडवोकेट कमिश्नर ने आरमरी पहुंचकर सील खुलवाई और हथियारों की गिनती कराई। चार फरवरी को भी गिनती होनी थी। लेकिन, एक पक्ष ने आरोप लगाया कि बेशकीमती हथियार हैं। कुछ लोग अनावश्यक रूप से उसकी फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कर रहे हैं। इस पर रोक लगाई जाए। पहले यह मामला जिलाधिकारी के सामने पहुंचा और फिर जिला जज की अदालत में प्रार्थना पत्र दिया गया। जिला जज ने वीडियोग्राफी कराने का आदेश दिया।
डीएम ने व्यवस्था की है कि वीडियोग्राफी सरकारी कैमरे से ही कराई जाएगी
इसके बाद डीएम ने यह व्यवस्था की है कि वीडियोग्राफी सरकारी कैमरे से ही कराई जाएगी। अन्य कोई व्यक्ति वीडियोग्राफी नहीं करेगा। नगर मजिस्ट्रेट एवं शस्त्र प्रभारी अधिकारी सर्वेश कुमार गुप्ता ने बताया कि दोनों दोनों पक्षों में 10 फरवरी को गिनती कराने के लिए सहमति बनी है। अब 10 फरवरी को सुबह 10 बजे से हथियारों की गिनती होगी। एडवोकेट कमिश्नर उपलब्ध न होने की वजह से बुधवार को गिनती नहीं हो सकी।